Wipro Share Price: आईटी सेक्टर की कंपनी विप्रो लिमिटेड के शेयर शुक्रवार (18 जुलाई) को बाजार खुलते ही 4 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। कंपनी के शेयरों में यह तेजी पहली तिमाही के नतीजों के बाद देखने को मिली है। आईटी कंपनी के शियर दिन के कारोबार में 4.34 प्रतिशत बढ़कर 271.9 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। यह इस साल 12 मई के बाद से शेयर में सबसे बड़ी इंट्राडे बढ़त है। कंपनी के अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रहे जिससे शेयरों में तेजी आई। हालांकि, मार्जिन आउटलुक पर एनालिस्ट्स की राय मिलीजुली रही। जबकि ग्रोथ की संभावना में सुधार देखा जा रहा है। स्टॉक में जारी तेजी के बीच ब्रोकरेज कंपनियों ने शेयर पर अलग-अलग राय दी है।
मोतीलाल ओसवाल ने विप्रो पर अपनी रेटिंग को ‘SELL’ पर बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 230 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर मौजूदा लेवल से करीब 12 फीसदी गिर सकता है। विप्रो के शेयर गुरुवार को 260 रुपये पर बंद हुए।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि वित्त वर्ष 2026 में विप्रो का स्थिर मुद्रा (सीसी) रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.3 प्रतिशत घट सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि साल की शुरुआत कमजोर रही। कंपनी के आईटी सेवाओं के दूसरी तिमाही के रेवेन्यू का अनुमान अभी भी धीमा है। दूसरी छमाही में धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है, क्योंकि बड़े सौदों में तेज़ी से राजस्व में बढ़ोतरी दिखाई देने लगेगी।
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नुवामा इक्विटीज ने विप्रो पर अपनी ‘HOLD’ की रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 270 रुपये कर दिया है। पहले यह 260 रुपये था। वहीं, आईसीआईसीआई सिलक्योरिटीज ने विप्रो पर 243 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘Reduce’ को मैंटेन रखा है।
ब्रोकरेज ने कहा कि विप्रो के मार्जिन पर दबाव बने रह सकता है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ ने बताया कि विप्रो ने पहली तिमाही में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया। हालांकि, उम्मीदें पहले से ही कम थीं।ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि मजबूत सौदे मिलना एक सकारात्मक संकेत है जो आने वाली तिमाहियों में ग्रोथ को गति दे सकता है। हालांकि, ब्रोकरेज सतर्क बनी हुई है और तेजी का रुख अपनाने से पहले ब्रोडर आर्थिक सुधार और एग्जीक्यूशन में निरंतरता के स्पष्ट संकेतों का इंतज़ार कर रही है।
चॉइस ब्रोकिंग ने विप्रो पर ‘Reduce’ रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 252 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। यह शेयर के पिछले बंद 260 रुपये से 3 फीसदी कम है। ब्रोकरेज ने कहा कि विप्रो के आउटलुक में थोड़ा सुधार दिख रहा है। हालांकि आगे का प्रदर्शन कई बातों पर निर्भर करेगा। इसमें सही तरीके से काम करना और बदलते आर्थिक हालात सबसे अहम हैं। डिमांड को लेकर अब भी अनिश्चितता बनी हुई है। मैनेजमेंट ने बताया कि BFSI और हेल्थकेयर सेक्टर में कुछ जगहों पर खर्च बढ़ा है। लेकिन ज्यादातर डील्स लागत कम करने और वेंडर को एकजुट करने पर ही केंद्रित हैं।
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एमके ग्लोबल ने भी विप्रो पर Reduce’ रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 280 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह स्टॉक के मौजूदा भाव से 8 फीसदी ज्यादा है। इसके अलावा एंटिक ब्रोकिंग लिमिटेड ने विप्रो पर 285 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘HOLD’ रेटिंग बरकरार रखी है।
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में विप्रो का मुनाफा एक साल पहले के मुकाबले 10.9 फीसदी बढ़कर 3,330 करोड़ रुपये रहा। तिमाही आधार पर कंपनी के मुनाफे में 6.7 फीसदी की गिरावट आई। पहली तिमाही में राजस्व 22,134.6 करोड़ रुपये रहा, जो सालाना आधार पर 0.77 फीसदी तक की मामूली वृद्धि है। वहीं, तिमाही आधार पर राजस्व में 1.6 फीसदी की कमजोरी आई।
कंपनी का पहली तिमाही का प्रदर्शन ब्लूमबर्ग के अनुमानों की तुलना में थोड़ा बेहतर रहा। ब्लूमबर्ग ने राजस्व 22,078.3 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 3,249.4 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया था। आईटी सेवा सेगमेंट का राजस्व 258.74 करोड़ डॉलर रहा, जो तिमाही आधार पर 0.3 फीसदी और सालाना आधार पर 1.5 फीसदी की गिरावट है।
(डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)