भारतीय रेलवे वित्त निगम (IRFC) का मार्केट कैप (Mcap) पहली बार 2 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया। इसी के साथ IRFC यह उपलब्धि हासिल करने वाली नौवीं भारतीय पीएसयू कंपनी बन गई।
आज के कारोबार में IRFC का स्टॉक 158.50 रुपये के नए ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया। पिछले 10 महीनों में कंपनी के स्टॉक ने 495 प्रतिशत की असाधारण उड़ान भरी है। कंपनी के शेयर का सफर 26.60 से शुरू होकर आज 158 रुपये तक बढ़ गया है।
कंपनी को 1 लाख करोड़ रुपये का मार्केट कैप हासिल करने में केवल 4 महीने लगे
पिछले साल सितंबर में एक लाख करोड़ रुपये मार्केट कैप का आंकड़ा पार करने के बाद कंपनी को अगले 1 लाख करोड़ रुपये हासिल करने में केवल चार महीने लगे। शेयरों में तेजी के चलते कंपनी का मार्केट कैप इतनी तेजी से बढ़ा है।
इसी महीने में कंपनी का शेयर अब तक 57% चढ़ा
अकेले इसी महीने में कंपनी का शेयर अब तक 57 प्रतिशत की शानदार वृद्धि के साथ आसमान छू रहा है। जनवरी 2021 में इसकी लिस्टिंग के बाद से सबसे बड़ा मासिक लाभ है। 26 प्रति शेयर के प्राइस पर लिस्ट होने के साथ कंपनी के शेयर में अब लगभग 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
क्या करती है आईआरएफसी ?
आईआरएफसी भारतीय रेलवे अवसंरचना विकास योजना का समर्थन करने में एक रणनीतिक भूमिका निभाती है। यह कैपिटल खर्च (capex) की फंडिंग के लिए अपनी संपूर्ण अतिरिक्त बजटीय संसाधन आवश्यकताओं को पूरा करने को लेकर भारतीय रेलवे की प्राथमिक बाजार उधार लेने वाली शाखा के रूप में उभरी है।
इरकॉन इंटरनेशनल और रेल विकास निगम के शेयरों ने पिछले साल क्रमशः 250 प्रतिशत और 235 फीसदी की बढ़त के साथ मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
बता दें कि आईआरएफसी के अलावा रेलवे क्षेत्र से जुड़े अन्य पीएसयू कंपनियों के शेयरों में पिछले कुछ समय के दौरान जोरदार उछाल देखा गया है। यह तेजी परिवर्तन के बीच मिल रहे नए ऑर्डर से प्रेरित है।