Share Market Closing Bell on Friday, May 23, 2025: एशियाई बाजारों से मजबूत संकेत लेते हुए भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स शुक्रवार (23 मई) को सपाट लेवल पर खुलने के बाद लगभग 1% चढ़कर बंद हुए। रिलायंस, एचडीएफसी और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी और कंज्यूमर शेयरों में बढ़त से बाजार को बूस्ट मिला।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (Sensex) आज मामूली गिरावट के साथ 80,897 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 81,905.17 अंक तक चढ़ गया था। अंत में यह 769.09 अंक या 0.95% चढ़कर 81,721.08 पर बंद हुआ। सन फार्मा को छोड़ सेंसेक्स की सभी 29 कंपनियां हरे निशान में रही।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी 24,639.50 अंक के लेवल पर सपाट ओपन हुआ। बाद में इसमें तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान यह 24,909.05 अंक तक चला गया था। अंत में यह 243.45 अंक या 0.99% की मजबूती के साथ 24,853.15 पर बंद हुआ।
ब्रोडर मार्केट में निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स क्रमशः 0.64 प्रतिशत और 0.80 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। सेक्टोरल फ्रंट पर निफ्टी एफएमसीजी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स ने दूसरों से बेहतर प्रदर्शन किया। ये क्रमशः 1.63 प्रतिशत और 1.08 प्रतिशत से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए। आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, मेटल, पीएसयू बैंक, तेल और गैस और रियल्टी भी बढ़त में रहे। इनमें 0.95 प्रतिशत तक की तेजी आई।
सन फार्मा (1.84 प्रतिशत की गिरावट) को छोड़कर सेंसेक्स के अन्य सभी 29 शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। इनमें इटरनल, पावर ग्रिड, आईटीसी, बजाज फिनसर्व और नेस्ले इंडिया के शेयरों में 3.51 प्रतिशत से 1.83 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार (22 मई) को गिरावट में बंद हुए। तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 644.64 अंक या 0.79% की गिरावट लेकर 80,951.99 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी 203.75 अंक या 0.82 फीसदी गिरकर 24,609.70 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजार शुक्रवार को ऊंचे स्तर पर खुले। निवेशकों ने क्षेत्रभर से आए आर्थिक आंकड़ों की समीक्षा की। जापान के निक्केई इंडेक्स में 0.80 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। जबकि व्यापक टॉपिक्स सूचकांक 0.71 प्रतिशत ऊपर रहा। कोस्पी 0.12 प्रतिशत बढ़ा और ASX 200 में 0.36 प्रतिशत की हल्की बढ़त दर्ज की गई।
जापान में अप्रैल महीने में मुख्य मुद्रास्फीति (कोर इन्फ्लेशन) 3.5 प्रतिशत तक बढ़ गई। इसकी एक बड़ी वजह चावल की कीमतों में तेज़ी रही। यह आंकड़ा सरकार की तरफ से शुक्रवार को जारी किया गया। यह डेटा बैंक ऑफ जापान की मौद्रिक नीति को और जटिल बना सकता है। वह मौजूदा अमेरिकी टैरिफ के प्रभावों के बीच दरों में संभावित विराम पर विचार कर रहा है।
अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए। ब्याज दरों में वृद्धि और बढ़ते फेडरल डेफिसिट को लेकर चिंता ने निवेशकों की भावना को प्रभावित किया। 30-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 2023 के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। जब एक ऐसा बिल पास हुआ जिसे लेकर बाजारों में यह आशंका है कि यह अमेरिका के वित्तीय घाटे को और बढ़ा सकता है।
डाओ जोन्स 1.35 अंक गिरकर 41,859.09 पर बंद हुआ। S&P 500 में 0.04 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 5,842.01 पर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 0.28 प्रतिशत चढ़कर 18,925.73 पर बंद हुआ।