RIL share price: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में गुरुवार (6 मार्च) को मजबूत मांग देखी गई। हैवी वेट कंपनी के शेयर बीएसई पर 2.15 प्रतिशत तक बढ़कर 1,201.05 रुपये प्रति शेयर के इंट्राडे हाई पर पहुंच गए। आरआईएल के शेयरों में उछाल घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अपग्रेड के बाद आया है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने रिलायंस इंडस्ट्रीज पर अपनी रेटिंग को ‘ADD’ से अपग्रेड कर ‘BUY’ कर दिया है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक के फेयर वैल्यू (FV) को 1,435 रुपये से थोड़ा कम करके 1400 रुपये कर दिया है। इस तरह से शेयर आगे चलकर 20% तक अपसाइड दिखा सकता है। आरआईएल के शेयर बुधवार को 1175 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बंद हुए थे।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट्स ने बताया कि पिछले 12 महीनों में 22 प्रतिशत की गिरावट के साथ आरआईएल के स्टॉक को बड़े करेक्शन का सामना करना पड़ा है। कंपनी के कमजोर प्रदर्शन के पीछे रिटेल सेगमेंट की वीक परफॉर्मेंस प्रमुख वजह रही। हालांकि, एनालिस्ट्स को उम्मीद है कि स्टोर रेशनलाइजेशन का दौर जल्द ही समाप्त हो जाएगा।
ब्रोकरेज के अनुसार, रूस पर बढ़ते प्रतिबंधों और अमेरिका द्वारा जवाबी टैरिफ ने रिफाइनिंग आउटलुक को कमजोर कर दिया है। इस देखते हुए कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के एनालिस्ट्स ने कंपनी के FY2026/27E एबिटा को 1-3% तक कम कर दिया है। इस कटौती के बावजूद ब्रोकरेज को FY2024 से FY2027E तक लगभग 11 प्रतिशत की आय कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) की उम्मीद है।
ब्रोकरेज के एनालिस्ट्स का मानना है कि स्टॉक में बड़े करेक्शन के साथ रिस्क अवार्ड रेश्यो अब अधिक उचित दिख रहा है। इसके अलावा, आने वाली तिमाहियों में रिटेल बिजनेस में भी सुधार आने की उम्मीद है। जबकि टेलीकॉम बिजनेस के आईपीओ की समयसीमा और संभावित टैरिफ बढ़ोतरी के बारे में खबरें उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकती हैं।
इसी तरह ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर पर अपनी BUY रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 1600 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह से शेयर भविष्य में 36% का रिटर्न दे सकता है।
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries Limited) का दिसंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 7.4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 18,540 करोड़ रुपये रहा। एनर्जी, रिटेल और डिजिटल सेवा सेक्टर में मजबूत प्रदर्शन से कंपनी के मुनाफे को सपोर्ट मिला है। एनालिस्ट्स ने औसतन 18,038 करोड़ रुपये नेट प्रॉफिट की उम्मीद की थी। इसके अलावा आरआईएल का ऑपरेशंस से रेवेन्यू अक्टूबर-दिसंबर 2025 तिमाही में बढ़कर 2.43 लाख करोड़ रुपये हो गया।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)
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