Realty Stock To Buy: ट्रंप टैरिफ को लेकर चिंता के बीच घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे ट्रेडिंग सेशन गिरावट देखने को मिल रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट को 5.5 फीसदी पर स्थिर रखने और ट्रंप की धमकी से से बाजार नीचे आया। इससे पहले मंगलवार को प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स 81 हजार के लेवल के नीचे बंद हुआ था। बाजार में इस मूड-माहौल के बीच ब्रोकरेज हाउसेस ने तिमाही नतीजों के बाद रियल्टी सेक्टर की दिग्गज कंपनी डीएलएफ लिमिटेड (DLF) पर खरीदने की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की बैलेंस शीट में सुधार हुआ है। इससे बेहतर कैश फ्लो की संभावना है।
मोतीलाल ओसवाल ने रियल्टी स्टॉक डीएलएफ लिमिटेड पर ‘BUY’ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने शेयर पर 1,005 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के मौजूदा भाव से 29 फीसदी ज्यादा है। डीएलएफ के शेयर मंगलवार (5 अगस्त) को 780 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज के अनुसार, डीएलएफ अपनी मौजूदा विशाल लैंड रिजर्व का उपयोग करके अपनी परियोजनाओं को फिर से स्थापित करते हुए अपनी ग्रोथ संभावनाओं को लगातार बढ़ा रहा है। हालांकि, इसके शेष 15 करोड़ वर्ग फुट लैंड बैंक के लिए 12-13 वर्षों की मोनेटाइजेशन समय-सीमा का हमारा अनुमान इस वृद्धि को पर्याप्त रूप से समाहित करता है।
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नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी डीएलएफ शेयर पर खरीदारी की सलाह दी है। ब्रोकरजे ने स्टॉक पर 1,005 रुपये का टारगेट प्राइस सेट किया है। इस तरह, शेयर निवेशकों को करीब 30 फीसदी का अपसाइड दे सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि डीएलएफ मौजूदा सेक्टर कंसॉलिडेशन का एक प्रमुख लाभार्थी बनकर उभर रहा है। कंपनी का रेंटल पोर्टफोलियो आकर्षक है और कोविड महामारी के बावजूद इसमें लगातार वृद्धि हुई है। इसके अलावा, कंपनी की बैलेंस शीट में सुधार हुआ है। इससे बेहतर कैश फ्लो की संभावना है। हमारा मानना है कि नए लॉन्च की दिशा इस शेयर के लिए एक महत्वपूर्ण ट्रिगर होगी।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने भी डीएलएफ लिमिटेड पर खरीदारी की सलाह देते हुए 954 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। यह शेयर के मौजूदा लेवल से 22 फीसदी से ज्यादा है।
ब्रोकरेज के अनुसार, कंपनी को मीडियम अवधि में हाउसिंग सेक्टर से लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का टोटल ऑपरेटिंग कैश फ्लो (ओसीएफ) सरप्लस मिलने की उम्मीद है। अपनी किराये की आय के साथ मैनेजमेंट ने वित्त वर्ष 2029-30 तक समूह के नेट ज़ीरो कर्ज की स्थिति हासिल करने की उम्मीद जताई है।
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डीएलएफ ने जून तिमाही में 762.67 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। यह पिछले साल की इसी तिमाही के 645.61 करोड़ रुपये की तुलना में 18 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, पिछली तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के 1,282.2 करोड़ रुपये के मुकाबले मुनाफे में 40.5 फीसदी की कमी आई है। कंपनी की ऑपरेशन से आय (रेवेन्यू) इस तिमाही में दोगुनी होकर 2,716.70 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 1,362.35 करोड़ रुपये थी। लेकिन पिछली तिमाही के 3,127.58 करोड़ रुपये की तुलना में इसमें 15.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
DLF ने इस तिमाही में नए प्रोजेक्ट्स की बिक्री में शानदार प्रदर्शन किया। कंपनी ने 11,425 करोड़ रुपये की नई बिक्री बुकिंग हासिल की, जो पिछले साल की तुलना में 78 फीसदी ज्यादा है। इस उछाल की सबसे बड़ी वजह DLF प्रिवाना इकोसिस्टम में नए प्रोजेक्ट्स का लॉन्च रहा।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)