शेयर बाजार

बाजार हलचल: निफ्टी ने बाधा पार करते हुए पकड़ी रफ्तार

तकनीकी विश्लेषकों का सुझाव है कि जब तक सूचकांक 24,400 अंक के अपने समर्थन क्षेत्र से ऊपर कायम रहता है, तब तक इस उछाल में वृद्धि की गुंजाइश है।

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समी मोडक   
Last Updated- December 08, 2024 | 10:28 PM IST

बेंचमार्क नैशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी (Nifty) ने जून के बाद से अपनी सर्वश्रेष्ठ साप्ताहिक बढ़त दर्ज और यह 2.3 प्रतिशत बढ़कर 24,678 पर बंद हुआ। 50 शेयरों वाले ब्लू-चिप सूचकांक में नवंबर के निचले स्तर के मुकाबले 1,414 अंक या 6.1 प्रतिशत की मजबूती आई है। तकनीकी विश्लेषकों का सुझाव है कि जब तक सूचकांक 24,400 अंक के अपने समर्थन क्षेत्र से ऊपर कायम रहता है, तब तक इस उछाल में वृद्धि की गुंजाइश है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, ‘यह इंडेक्स अपने हाल के मजबूती के चरण से बाहर निकल चुका है जो तेजी के रुख में इजाफे का संकेत दे रहा है। इसके अलावा निफ्टी 21 दिनों के महत्त्ववपूर्ण एक्सपोनेंशल मूविंग एवरेज से ऊपर बना हुआ है, जिससे आशावाद और मजबूत हो रहा है। जब तक निफ्टी 24,400 ऊपर रहेगा तब तक मनोबल अनुकूल बने रहने की संभावना है औऱ यह 24,600-24,700 को परख सकता है। इससे नीचे गिरा तो 24,150 तक लुढ़क सकता है।

बीएसई को उम्मीद : एफऐंडओ के नए नियम देंगे गति

बीएसई (BSE) के शेयरों में दो सप्ताह से भी कम समय में 20 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है और उन्होंने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नए वायदा और विकल्प (F&O) परिपत्र से जुड़ी चिंताओं को झुठला दिया है। हालांकि ये नियामकीय बदलाव शुरू में किसी झटके जैसा लग सकते हैं क्योंकि इनमें बीएसई को बैंकेक्स सूचकांक पर आधारित साप्ताहिक डेरिवेटिव अनुबंधों को रोकना होगा।

विश्लेषक इन नियमों को बीएसई के लिए बढ़ोतरी के मौके के रूप में देख रहे हैं। उनका मानना है कि एफऐंडओ के नए नियमों से बीएसई को विकल्प श्रेणी में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिल सकती है। और यह मौजूदा 15 प्रतिशत से बढ़कर 25 प्रतिशत हो सकती है। इक्विटी रिसर्च पर केंद्रित वित्तीय प्लेटफॉर्म बीट द स्ट्रीट के सह-संस्थापक सुदर्शन भंडारी ने कहा, ‘सेबी का परिपत्र बीएसई को डेरिवेटिव श्रेणी में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने का अनूठा अवसर देता है।’

बढ़ता जीएमपी : आईपीओ की उड़ान ने पकड़ी रफ्तार

लगातार निराशाजनक सूचीबद्धता के बाद आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (IPO) में निवेश का आकर्षण शायद फिर से बढ़ने लगा है। बुधवार को खुलने वाले तीन आईपीओ के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) से रुख में संभावित बदलाव का संकेत मिलता है।

डिजिटल भुगतान कंपनी मोबिक्विक के शेयर 35 प्रतिशत से अधिक प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि बजट सुपरमार्केट श्रृंखला विशाल मेगा मार्ट तथा फार्मास्युटिकल क्षेत्र में अनुबंध पर विकास और विनिर्माण सेवा वाली साई लाइफ साइंसेज के जीएमपी क्रमशः 22 प्रतिशत और 7 प्रतिशत पर हैं। ये तीनों आईपीओ 11,600 करोड़ रुपये से अधिक जुटाएंगे जिससे प्राथमिक बाजार में बढ़ी हुई दिलचस्पी का संकेत मिलता है।

First Published : December 8, 2024 | 10:28 PM IST