ऑनलाइन ब्रोकरेज ग्रो की मूल कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स के शेयर में बुधवार को पहले कारोबारी दिन लगभग 30 प्रतिशत की उछाल आई और उसने हाल की सुस्त लिस्टिंग के रुझान को गलत साबित कर दिया। शेयर 112 रुपये पर खुला और 134.4 रुपये का ऊंचा स्तर छूने के बाद एनएसई पर 128.85 रुपये पर बंद हुआ जो उसके 100 रुपये के निर्गम मूल्य से 28.85 प्रतिशत अधिक है।
दोनों एक्सचेंजों पर 7,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के शेयरों का कारोबार हुआ। बाजार की उम्मीदों से कहीं ज्यादा यह शानदार शुरुआत हुई जिसने कंपनी का मूल्यांकन 79,547 करोड़ रुपये (8.9 अरब डॉलर) पर पहुंचा दिया। आईपीओ का मूल्यांकन 61,736 करोड़ रुपये था।
विश्लेषकों ने निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी का श्रेय भारत के खुदरा निवेश तंत्र में ग्रो की मजबूत स्थिति को दिया, जिसे बढ़ते पूंजी बाजार में महत्त्वपूर्ण ब्रोकर के रूप में देखा जा रहा है। देश में डीमैट खातों की संख्या 21 करोड़ को पार कर गई है। एनएसई के 4.52 करोड़ सक्रिय ग्राहकों में ग्रो की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत है।
कंपनी के आईपीओ 18 गुना अभिदान मिला था। इसमें 1,060 करोड़ रुपये के नए शेयर और टाइगर ग्लोबल तथा पीक एक्सवी पार्टनर्स जैसे शुरुआती निवेशकों की 5,572 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल थी। नए इश्यू से प्राप्त रकम ग्रो के क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, सहायक कंपनियों में निवेश और संभावित अधिग्रहणों में खर्च की जाएगी।
ग्रो की सूचीबद्धता ऐसे समय हुई है जब शेयरों और म्युचुअल फंडों में सीधे रिटेल भागीदारी बढ़ी है। कंपनी भारत की सबसे बड़ी शेयर ब्रोकर है और सभी सक्रिय ग्राहकों में उसका करीब 20 फीसदी हिस्सा है जबकि हर तीन एसआईपी में से करीब एक उसके प्लेटफॉर्म के जरिये होती है।
देवेन चोकसी रिसर्च ने अपनी आईपीओ रिपोर्ट में कहा है, ‘ग्रो एक आकर्षक फिनटेक वृद्धि की कहानी है, जो उपयोगकर्ताओं को तेजी से जोड़ने, बेहतर मार्जिन और बाजार नेतृत्त्व की वजह से संभव हुई है।