Eternal Share Price: फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (इटरनल) के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में दो फीसदी तक फिसल गए। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट सितम्बर तिमाही के नतीजों के बाद देखने को मिली। फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की दूसरे तिमाही में 63 फीसदी घटकर 65 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 176 करोड़ रुपये था। शेयर में जारी मूवमेंट के बीच ब्रोकरेज कंपनियों ने स्टॉक पर अपना आउटलुक जारी कर दिया है। उनका कहना है कि शेयर 430 रुपये तक जा सकता है।
मोतीलाल ओसवाल ने इटरनल पर ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। साथ ही स्टॉक पर 410 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर निवेशकों को 17 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। इटरनल के शेयर गुरुवार को 348 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज का कहना है कि इटरनल का फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) बिजनेस स्थिर बना हुआ है। जबकि ब्लिंकिट रिटेल, किराना और ई-कॉमर्स जैसे कारोबार में हो रहे बदलाव में भागीदारी के लिए एक जनरेशनल मौका दे रहे हैं।
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नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इटरनल पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस 320 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया है। इस तरह, शेयर निवेशकों को करीब 15 फीसदी का रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज के अनुसार, क्विक कॉमर्स से होने वाले नुकसान में कमी उम्मीद से कम रही। इसका मुख्य कारण अधिक मार्केटिंग खर्च रहा। प्रबंधन को उम्मीद है कि ब्लिंकिट अगले दो वर्षों में 100% की वार्षिक औसत वृद्धि दर (CAGR) से वृद्धि करेगा। हालांकि वृद्धि उम्मीद से ज्यूडा रही है। लेकिन शॉर्ट टर्म में कम मार्जिन की संभावना के कारण हमने FY26E और FY27E के अनुमानों में क्रमशः -57% और -9% पर संशोधन किया है।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने इटरनल पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। इसी के साथ शेयर पर टारगेट प्राइस 330 रुपये से बढ़ाकर 430 रुपये कर दिया है।
ब्रोकरेज का मानना है कि उद्योग वर्तमान में ‘लैंड ग्रैब’ चरण में है। इस समय इटरनल को प्रॉफिटेबिलिटी की बजाय बाजार हिस्सेदारी (market share) बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस मोर्चे पर ब्लिंकिट का प्रदर्शन मजबूत रहा है और अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बेहतर यूनिट इकॉनॉमिक्स तथा मजबूत बैलेंस शीट के चलते कंपनी इस वृद्धि में निवेश करने और बाज़ार हिस्सेदारी हासिल करने की स्थिति में है।
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फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सितंबर तिमाही में 63 फीसदी घटकर 65 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 176 करोड़ रुपये था। कंपनी ने मार्च में खुद को इटरनल के रूप में रीब्रांड किया था। कमजोर मुनाफे के चलते कंपनी के शेयर 4 फीसदी तक टूट गए।
वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में इटनरल का ऑपरेशन से रेवेन्यू 13,590 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,799 करोड़ रुपये था। कंपनी का कुल व्यय (Total Expense) इस तिमाही में 13,813 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले यह 4,783 करोड़ रुपये था।
शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने कहा कि उसके नतीजे पिछले साल की समान तिमाही से तुलानीय नहीं हैं, क्योंकि अगस्त 2024 में कंपनी ने वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (पेटीएम की पैरेंट कंपनी) से दो कंपनियों — ऑर्बजेन टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड और वेस्टलैंड एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड — का अधिग्रहण पूरा किया था, जो क्रमशः ‘मूवी टिकटिंग’ और ‘इवेंट्स’ बिजनेस ऑपरेट करती हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोमिखों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)