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Suzlon Energy: सरकार के एक फैसले से रफ्तार पकड़ेगा शेयर! मोतीलाल ओसवाल की राय- खरीदें, ₹82 अगला टारगेट

Suzlon Energy Stock to Buy: ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने सुजलॉन (Suzlon Energy Share) पर खरीदारी का नजरिए बनाए रखा है।

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आशुतोष ओझा   
Last Updated- August 01, 2025 | 1:46 PM IST

Suzlon Energy Stock to Buy: विंड एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के शेयर में शुक्रवार (1 अगस्त) को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। इंट्राडे में शेयर 6 फीसदी से ज्यादा उछल गया। कंपनी को लगातार मिल रहे ऑर्डर से शेयर को बूस्ट मिल रहा है। वहीं, सरकार की तरफ से एक संशोधन जारी हुआ है, जिसके चलते अब घरेलू विंड टर्बाइन मैन्यूफैक्चरिंग में लोकल सामान का इस्तेमाल अनिवार्य हुआ है। सुजलॉन अपने सेक्टर में मार्केट लीडर है। ऐसे में कपंनी को इस ​संशोधन का अच्छा फायदा मिल सकता है। इस डेवलपमेंट के बाद ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने सुजलॉन (Suzlon Energy Share) पर खरीदारी का नजरिए बनाए रखा है। साथ ही 34 फीसदी तक अपसाइड का टारगेट दिया है।

Suzlon Energy: ₹82 टच करेगा शेयर

मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन एनर्जी पर BUY का नजरिया बनाए रखा है। ब्रोकरेज ने इसे फंडामेंटल आइडिया में शामिल किया है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 82 रुपये रखा है। गुरुवार को शेयर 61 रुपये पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में करीब 34 फीसदी का तगड़ा अपसाइड देखने को मिल सकता है।

बता दें, सुजलॉन ग्रुप एक ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी सोल्यूएशंस प्रोवाइडर कंपनी है। यह अब तक 17 देशों में 21.1 गीगावाट विंड एनर्जी स्थापित कर चुका है। ग्रुप में सुज़लॉन एनर्जी लिमिटेड और इसकी सहयोगी कंपनियां शामिल हैं।

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Suzlon Energy: क्या कहती है रिपोर्ट

मोतीलाल ओसवाल वेल्थ मैनेजमेंट की रिपोर्ट का कहना है, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) ने 31 जुलाई, 2025 को एक संशोधन जारी किया है। इसमें प्रमुख विंड टर्बाइन कंपोनेंट्स को अप्रूव्ड मॉडल और मैन्यूफैक्चरर्स लिस्ट (Approved List of Models and Manufacturers – Wind Turbine Components) से ही लेने को अनिवार्य कर दिया गया है।

इस संशोधन में यह भी शामिल है कि विंड टर्बाइन R&D सेंटर, डाटा सेंटर और/या सर्वर भारत में ही स्थापित किए जाएं, ताकि साइबर सुरक्षा इकोसिस्टम को मजबूत किया जा सके। इस संशोधन के साथ ही विंड टर्बाइन मैन्यूफैक्चरिंग में लोकल सामग्री का इस्तेमाल अब अनिवार्य हो गया है, जो घरेलू कंपनियों के लिए एक बड़ा सकारात्मक कदम है।

ब्रोकरेज का कहना है कि सुजलॉन विंड टर्बाइन के सभी प्रमुख कंपोनेंट्स की लोकल मैप्यूफैक्चरिंग मार्केट लीडर है। ऐसे में कंपनी नए स्ट्रक्चर के अंतर्गत नियर और मिड टर्म में मार्केट शेयर बढ़ाने की मजबूती ​स्थिति में है।

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Suzlon Energy: कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डर

सुजलॉन ने शुक्रवार को शेयर बाजार को बताया कि ज़ेलेस्ट्रा इंडिया और उसकी सहयोगी कंपनियों से 381 मेगावाट का बड़ा ऑर्डर मिला है। इसका भी पॉजिटिव असर स्टॉक्स मूवमेंट पर देखने को मिला। यह प्रोजेक्ट सुज़लॉन के S144 मॉडल के 127 टर्बाइनों से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र (180 मेगावाट), मध्य प्रदेश (180 मेगावाट) और तमिलनाडु (21 मेगावाट) में स्थापित किया जाएगा।

महाराष्ट्र और एमपी वाले हिस्से को SJVN की FDRE बिड के तहत विकसित किया जाएगा। तमिलनाडु का हिस्सा कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल (C&I) कंज्यूमर्स को बिजली देगा।

Suzlon Energy: लॉन्ग टर्म में मल्टीबैगर रिटर्न

सुजलॉन एनर्जी के शेयर में लंबी अव​धि में मल्टीबैगर रिटर्न रहा है। हालांकि इस साल शेयर खास नहीं चला है। जबकि, बीते 2 साल में शेयर 240 फीसदी, 3 साल में 930 फीसदी और 5 साल में 1554 फीसदी उछला है।

BSE पर सुजलॉन में शुक्रवार को तेजी के साथ 62 रुपये पर कारोबार शुरू हुआ। दोपहर 12:30 बजे तक सेशन में स्टॉक ने 65.70 रुपये का हाई बना। इस तरह, गुरुवार को मुकाबले शेयर में 6 फीसदी से ज्यादा का उछाल देखने को मिला।

(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जो​खिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)

First Published : August 1, 2025 | 1:46 PM IST