संकट में फंसी गौतम अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज को बेंचमार्क सेंसेक्स में जगह मिल सकती है क्योंकि एचडीएफसी बैंक व एचडीएफसी लिमिटेड के विलय से इंडेक्स में एक जगह खाली होगी।
अभी अदाणी समूह का कोई शेयर सेंसेक्स में शामिल नहीं है। हालांकि अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स ऐंड एसईजेड निफ्टी-50 इंडेक्स का हिस्सा हैं।
इस बीच, एलटीआई माइंडट्री को एचडीएफसी बैंक व एचडीएफसी के विलय से बनी खाली जगह को भरने का मौका मिल सकता है। पिछले हफ्ते आरबीआई ने एचडीएफसी समूह की तरफ से मांगा गया स्पष्टीकरण मुहैया करा दिया। चूंकि ज्यादातर नियामकीय मंजूरी मिल चुकी है, ऐसे में वित्तीय क्षेत्र की दोनों दिग्गजों के विलय का काम अगले कुछ महीने में पूरा हो सकता है।
विलय के कारण निफ्टी व सेंसेक्स में होने वाले बदलाव का पैसिव निवेश प्रवाह पर असर दिखेगा।
पेरिस्कोप एनालिटिक्स के विश्लेषक ब्रायन फ्रिएटस ने कहा, जो सेंसेक्स का हिस्सा नहीं है उनमें अदाणी एंटरप्राइजेज की रैंकिंग सबसे ऊंची है, जिसके बाद जेएसडब्ल्यू स्टील का स्थान है। दोनों ही क्षेत्र का एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स में भारांक एसऐंडपी बीएसई ऑलकैप इंडेक्स से कम है। ज्यादा रैंकिंग को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि अदाणी एंटरप्राइजेज को एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स में शामिल कर लिया जाएगा, जहां पैसिव ट्रैकरों को 940 करोड़ रुपये के शेयर खरीदने होंगे।
हालांकि अदाणी समूह के शेयरों को लेकर संवेदनशीलता को देखते हुए जेएसडब्ल्यू स्टील के शामिल होने की संभावना की बहुत ज्यादा अहमियत नहीं है। अगर ऐसा हुआ तो पैसिव ट्रैकरों को 1,293 करोड़ रुपये के शेयर खरीदने होंगे।
इस साल अदाणी एंटप्राइजेज सेंसेक्स में शामिल होने की राह पर थी। हालांकि हिंडनबर्ग की 24 जनवरी की रिपोर्ट के बाद हुई भारी बिकवाली से इसकी संभावना नहीं रही।
सेंसेक्स में शामिल होने से शायद भारी निवेश न आए, लेकिन यह अदाणी समूह के लिए सकारात्मक हो सकता है, जो हिंडनबर्ग के आरोपों के कारण निवेशकों के डगमगाते भरोसे को बहाल करना चाहता है।
अगर एलटीआईमाइंडट्री को निफ्टी-50 में जगह मिलती है तो फिएटस उसमें 1,276 करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद कर रहे हैं। इस बीच, निफ्टी नेक्स्ट 50 में एलटीआईमाइंडट्री की तरफ से खाली की गई जगह को जिंदल स्टील ऐंड पावर भर सकती है, जिससे कंपनी में 255 करोड़ रुपये का निवेश आएगा।
निवेश के लिहाज से सबसे बड़ा असर विलय के बाद बनने वाले एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी पर दिखेगा, जो एमएससीआई इंडेक्स में बदलाव के चलते होगा।