भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अधिग्रहणों, पुनर्खरीद, तरजीही निर्गम और अन्य ऐसे लेनदेन के लिए मूल्य की गणना के संबंध में ‘अनअफेक्टेड प्राइस’ (Unaffected Price) के लिए फ्रेमवर्क तैयार किया।
इस फ्रेमवर्क का मकसद अधिग्रहण करने वालों को कीमत सुरक्षा मुहैया कराना है। यह फ्रेमवर्क अफवाहों की जांच के नए मानकों का हिस्सा है और इस पर 1 जून से अमल होगा।
बाजार नियामक ने कहा है कि यदि सूचीबद्ध कंपनी किसी लेनदेन के संबंध में घटनाक्रम के 24 घंटे के अंदर अफवाह होने की पुष्टि करती है तभी ‘अनअफेक्टेड प्राइस’नियम लागू होगा। नए ढांचे का मकसद अधिग्रहण के दौरान मूल्य गणना के वक्त बाजार अफवाहों से कीमतों में उतार-चढ़ाव को रोकना है।
कानूनी विश्लेषकों का मानना है कि इस बदलाव से कंपनियों को सौदे के मूल्य निर्धारण पर प्रभाव पड़ने की चिंता के बगैर बाजार अटकलें दूर करने में मदद मिलेगी।
कोटक का निफ्टी 100 लो वोलेटलिटी 30 इंडेक्स फंड
कोटक म्युचुअल फंड ने मंगलवार को पैसिव फंड पेश करने की घोषणा की, जो निफ्टी 100 लो वोलेटलिटी 30 इंडेक्स को ट्रैक करेगा। इंडेक्स में निफ्टी 100 यूनिवर्स के लो वोलेटलिटी शेयर शामिल होंगे।
फंड हाउस के मुताबिक, संगतता और पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इंडेक्स बाजार के उतार-चढ़ाव को सीमित कर सकता है। यह एनएफओ 31 मई तक आवेदन के लिए खुला रहेगा।