शेयर बाजार की बहार बस एक ही दिन की रही। गुरुवार को सेंसेक्स 600 अंकों से ज्यादा टूट गया।
कच्चे तेल की चढ़ती कीमतों और अंतरराष्ट्रीय बाजारों की कमजोरी ने बुधवार को बाजार को मिली सारी रफ्तार ढीली कर दी। नाइमेक्स में कच्चे तेल का अगस्त वायदा भाव 145.43 डॉलर प्रति बैरल के रिकार्ड भाव पर पहुंच गया।
सबसे ज्यादा चोट जिन सेक्टरों को लगी उनमें रियलिटी, मेटल, बैंकिंग, पावर और टेलिकॉम शामिल हैं। इनके अलावा ऑटो और कैपिटल गुड्स को भी नुकसान पहुंचा। हालांकि कारोबार खत्म होने का समय नजदीक आते ही शार्टकवरिंग की वजह से कुछ खरीदारी देखने को मिली और कुछ वैल्यू बाइंग भी नजर आई जिससे शाम तक कुछ नुकसान की भरपाई हो गई।
बाजार सुबह सेंसेक्स 134 अंकों की गिरावट के साथ 13,531 अंकों पर खुला और बिकवाली के दबाव में गिरकर 12,935 अंकों पर पहुंच गया। लेकिन शाम तक आई खरीदारी के बाद बाजार कुल 571 अंकों की गिरावट लेकर 13,094 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 168 अंकों की गिरावट के साथ 3926 अंकों पर बंद हुआ। जानकारों के मुताबिक निफ्टी का अगला सपोर्ट लेवल अब 3850 के करीब दिख रहा है।
सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा 11.3 फीसदी गिरकर 657 रुपए पर आ गया जबकि डीएलएफ दस फीसदी गिरकर 382 रुपए पर पहुंच गया। इसके अलावा रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर 8.7 फीसदी गिरकर 722 रुपए पर, आईसीआईसीआई बैंक 8 फीसदी गिरकर 574 पर, रिलायंस कम्युनिकेशन्स 7 फीसदी गिरकर 390 पर, एसीसी 6 फीसदी गिरकर 472 पर और आईटीसी 5.7 फीसदी गिरकर 169 रुपए पर रहा।
इनके अलावा टाटा मोटर्स, ग्रासिम, एचडीएफसी, मारुति, अंबुजा सीमेंट्स, भारती एयरटेल, हिंडाल्को, जयप्रकाश एसोसिएट्स, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस, एल ऐंड टी, टीसीएस और सत्यम भी पांच फीसदी तक की गिरावट लेकर बंद हुए। चढ़ने वालों में स्टेट बैंक और ओएनजीसी मजबूत होकर बंद हुए हैं। सेक्टर की बात करें तो रियलिटी सेक्टर में भारी तबाही मची रही और सभी दिग्गज दस-दस फीसदी हलके हो गए। शोभा डेवलपर्स और यूनीटेक 10-10 फीसदी से ज्यादा गिरकर क्रमश: 249 और 154 रुपए पर बंद हुए।