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Q3FY24 में नरम पड़ेगी कंपनियों के मुनाफा वृद्धि की रफ्तार! कुछ ब्रोकरों ने घटाया आय अनुमान

ब्रोकरेज का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सूचकांक कंपनियों का घट सकता है मुनाफा

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कृष्ण कांत   
Last Updated- January 09, 2024 | 9:37 PM IST

ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान कंपनियों की कमाई की रफ्तार धीमी पड़ सकती है जबकि पहली छमाही में कंपनियों का मुनाफा दो अंक में बढ़ा था। हालांकि कंपनियों की आय अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में लगभग सपाट रहकर लगातार तीसरी तिमाही में एक अं​क में बढ़ने के आसार हैं।

वि​भिन्न ब्रोकरेज के अनुमान के अनुसार निफ्टी 50 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 13.3 फीसदी बढ़कर 1.73 लाख करोड़ रुपये रह सकता है, जो दूसरी तिमाही में 18.6 फीसदी और वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 9 फीसदी बढ़ा था।

पिछली चार तिमाही में कंपनियों के शुद्ध मुनाफे में यह सबसे धीमी वृद्धि होगी। हमारे नमूने में शामिल सूचकांक कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा सितंबर 2023 तिमाही में 1.81 लाख करोड़ रुपये रहा था।पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में यह सबसे अ​धिक 1.85 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था।

कंपनियों के मुनाफे में नरमी की आशंका ने कुछ ब्रोकरों को सूचकांक की आगे की आय अनुमान में कटौती के लिए प्रेरित किया है। मोतीलाल ओसवाल फाइनैं​शियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने लिखा है, ‘हमने निफ्टी की प्रति शेयर आय के लिए वित्त वर्ष 2024 के अनुमान को करीब 2 फीसदी घटाकर 976 रुपये कर दिया है जबकि वित्त वर्ष 2025 के लिए निफ्टी में प्रति शेयर आय अनुमान को 1,142 रुपये पर ​स्थिर रखा गया है। हमारा अनुमान ​कि निफ्टी ईपीएस (प्रति शेयर आय) वित्त वर्ष 2024 में 21 फीसदी और वित्त वर्ष 2025 में 17 फीसदी बढ़ेगा।’

ब्रोकरेज को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उद्योग जगत का परिचालन मार्जिन जिंसों और ईंधन की कम कीमतों के दम पर बढ़ेगा। येस सिक्योरिटीज में विश्लेषकों ने लिखा है, ‘एबिटा मार्जिन सालाना आधार पर 186 आधार अंक बढ़कर 19.4 फीसदी पर पहुंच सकता है, जो 7 तिमाही में सबसे अच्छा है। लेकिन पिछली तिमाही की तुलना में इसमें महज 4 आधार अंक का इजाफा हो सकता है।’

हालांकि बैंकिंग एवं वित्त, आईटी सेवाएं, एफएमसीजी तथा तेल एवं गैस क्षेत्र में संभावित नरमी से चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनियों के मुनाफे पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस और एचसीएल टेक्नोलॉजी जैसी आईटी फर्मों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अव​धि की तुलना में सपाट रह सकता है। इसी तरह बीएफएसआई, तेल एवं गैस तथा एफएमसीजी क्षेत्र का मुनाफा एक अंक में बढ़ने का अनुमान है।

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इसकी तुलना में वाहन और खनन एवं धातु कंपनियों के कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में उच्च दो अंक में बढ़ सकता है लेकिन अन्य क्षेत्रों के कमजोर मुनाफे की भरपाई करने में यह सक्षम नहीं होगा। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में निफ्टी 50 कंपनियों के कुल शुद्ध मुनाफे में करीब 70 फीसदी हिस्सेदारी बीएफएसआई, तेल एवं गैस तथा आईटी क्षेत्र की रही थी। दूसरी ओर वाहन एवं खनन तथा धातु कंपनियों की हिस्सेदारी करीब 10 फीसदी थी।

बैंक एवं बीमा (बीएफएसआई) कंपनियों को छोड़ दें तो सूचकांक कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 16.3 फीसदी बढ़कर 1.19 लाख करोड़ रुपये रहने के आसार हैं, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही के 35.7 फीसदी वृदि्ध से काफी कम है।

इसकी तुलना में बीएफएसआई, तेल एवं गैस तथा खनन एवं धातु क्षेत्र की कंपनियों को छोड़ दें तो सूचकांक कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 13.6 फीसदी बढ़कर 0.77 लाख करोड़ रुपये रह सकता है, जो दूसरी तिमाही की 20.7 फीसदी और पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही की 23.3 फीसदी वृद्धि से कम है।

सूचकांक कंपनियों की कुल शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान अव​धि की तुलना में 6.1 फीसदी बढ़ सकती है, जो दूसरी तिमाही के 3.8 फीसदी वृद्धि से बेहतर है मगर वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में 17.5 फीसदी वृद्धि की तुलना में कम है।

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बिज़नेस स्टैंडर्ड का विश्लेषण निफ्टी की 46 कंपनियों के वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के आंकड़ों पर आधारित हैं। हमारे नमूने में बजाज फिनसर्व, अदाणी एंटरप्राइजेज, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के आंकड़ों को शामिल नहीं किया गया है। वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में सूचकांक की कुल आय में इन चारों कंपनियों का योगदान केवल 1.6 फीसदी रहा था।

पिछली तिमाहियों के हमारे आंकड़ों में पूर्ववर्ती एचडीएफसी के आंकड़े भी शामिल हैं, जिसका पिछले साल जुलाई में एचडीएफसी बैंक के साथ विलय किया गया था। वित्त वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में एचडीएफसी का एकल शुद्ध मुनाफा 3,691 करोड़ रुपये था। पिछले साल यह 13वीं सर्वा​धिक मुनाफा कमाने वाली कंपनी थी।

चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एचडीएफसी बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, ओएनजीसी और भारतीय स्टेट बैंक का शुद्ध मुनाफा घट सकता है या एक अंक में बढ़ सकता है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शुद्ध मुनाफे में इस दौरान 13 फीसदी की वृद्धि देखी जा सकती है। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में इन 5 कंपनियों का निफ्टी 50 के कुल मुनाफे में करीब 40 फीसदी का योगदान रहा था।

First Published : January 9, 2024 | 9:37 PM IST