शुक्रवार के सुस्त इंट्रा-डे कारोबार में BSE पर NTPC के शेयर 4 प्रतिशत बढ़कर एक दशक के उच्चतम स्तर (highest level ) 209.30 रुपये पर पहुंच गए। इसकी तुलना में, S&P BSE सेंसेक्स सुबह 10:51 बजे 0.22 प्रतिशत नीचे था। पिछले दो हफ्तों में राज्य के स्वामित्व वाली बिजली उत्पादन कंपनी (power generation company ) के शेयर में 12 फीसदी की तेजी आई है।
2 लाख करोड़ के mcap पर पहुंची NTPC
NTPC अक्टूबर 2010 के बाद से आज अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही था। NTPC की मार्केट प्राइस में तेज वृद्धि ने कंपनी को जनवरी 2008 के बाद अपने 2 ट्रिलियन बाजार पूंजीकरण यानी 2 लाख करोड़ के एम-कैप तक पहुंचने में फिर से मदद की। रिपोर्ट लिखे जाने तक, NTPC के BSE के आंकड़ों के मुताबिक, मार्केट कैप 2.02 ट्रिलियन रुपये था।
रिन्यूबल एनर्जी से बिजली उत्पादन पर NTPC का जोर
ग्रुप लेवल पर 69134 मेगावाट की कुल इंस्टाल्ड कैपासिटी के साथ NTPC भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादन कंपनी है। कंपनी के पास 24 प्रतिशत उत्पादन हिस्सेदारी के साथ भारत में कुल स्थापित क्षमता (total installed capacity ) का 17 प्रतिशत है। कंपनी का लक्ष्य 2032 तक 130 GW+ कंपनी बनने का है जिसमें से 60 GW बिजली उत्पादन नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के जरिये किया जाएगा।
एनटीपीसी ने गुरुवार को घोषणा की कि बाढ़ सुपर थर्मल पावर स्टेशन (Barh Super Thermal Power Station) की 660 मेगावाट क्षमता की दूसरी यूनिट 1 अगस्त, 2023 से अपना कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करेगी। कंपनी ने कहा, इसके बाद NTPC की स्टैंडअलोन कैपासिटी 57,038 मेगावाट और ग्रुप कमर्शियल कैपासिटी 73,024 मेगावाट हो जाएगी।
NTPC ने वित्त वर्ष 24-26 में रिन्यूबल एनर्जी सेक्टर में 16,000 मेगावाट की दमदार क्षमता वृद्धि की योजना बनाई है, जिसमें से अधिकांश सोलर एनर्जी पर होगी जबकि पवन क्षमता (wind capacity ) 4000-5000 मेगावाट तक होगी।
क्या है NTPC की ऑपरेशनल कैपासिटी?
NTPC की ऑपरेशनल कैपासिटी 3300 मेगावाट है जबकि 4600 मेगावाट के प्रोजेक्ट अंडर कंस्ट्रक्शन हैं और 12600 मेगावाट के प्रोजेक्ट योजना के विभिन्न चरणों (पीपीए स्वीकृत/परियोजना बोली जीती) में हैं। ग्रुप के लेवल पर, ऑपरेशनल ग्रीन कैपासिटी 3300 मेगावाट थी।
थर्मल सेक्टर में भी होगा विस्तार
थर्मल क्षेत्र में, कंपनी वित्त वर्ष 24 (FY24) और वित्त वर्ष 25 (FY25) में 4600 मेगावाट और 3600 मेगावाट के प्रोजेक्ट्स जोड़ेगी। नए प्रोजेक्ट पर, कंपनी केवल 6000 मेगावाट तक का ब्राउनफील्ड विस्तार (brownfield expansions ) करेगी और इसे वित्त वर्ष 24 में प्रदान किया जाएगा।
कोयले के उपयोग को कम करने की कोशिश में NTPC
कोयला परिसंपत्तियों (coal assets) से दूर जाने के लिए, कंपनी न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) के साथ एक संयुक्त उद्यम (joint venture) स्थापित करने और परमाणु ऊर्जा उत्पादन क्षेत्र में एंट्री की योजना बना रही है। ICICI Securities ने Q4FY23 रिजल्ट अपडेट में कहा था कि कंपनी ने मध्य प्रदेश (2X700 मेगावाट) और राजस्थान (4X700 मेगावाट) में 4200 मेगावाट के प्रोजेक्ट्स की योजना है, जिसमें से उसे 2032 तक 2000 मेगावाट जोड़ने का भरोसा है। स्टॉक अपने 12 महीने के टॉरगेट प्राइस 210 रुपये प्रति शेयर के करीब ट्रेड कर रहा था।
CARE Ratings ने कहा- मिल रही मजबूती
केयर रेटिंग्स ने तर्क देते हुए कहा कि NTPC की रेटिंग को उसके दीर्घकालिक बिजली खरीद समझौतों (power purchase agreements – PPA), कैश फ्लो में स्थिरता और उसकी अधिकांश क्षमता के लिए लागत प्लस टैरिफ स्ट्रक्चर द्वारा प्रदान किए गए सुनिश्चित रिटर्न के कारण समूह के मजबूत राजस्व से ताकत मिलती रही है। हाल के वर्षों में कैप्टिव कोयला उत्पादन (captive coal output) में सुधार के साथ-साथ इसके खर्मल प्लांटों के लिए लिंकेज फ्यूल की उपलब्धता से रेटिंग को राहत मिल रही है।
इसमें कहा गया है कि रेटिंग में मजबूती की वजह NTPC के लगातार हेल्दी ऑपरेशनल परफॉर्मेंस भी है, जिसका प्लांट लोड फैक्टर (PLF) ऑल इंडिया एवरेज पीएलएफ से अधिक है।