New Age Stocks: 2025 के पहले छह महीनों में ज्यादातर न्यू-एज कंपनियों के शेयर निवेशकों के लिए घाटे का सौदा साबित हुए हैं। ACE Equity के आंकड़ों के अनुसार, Ola Electric का शेयर जहां करीब 50% टूट गया, वहीं Swiggy, PB Fintech, Paytm और Zomato (Eternal) के शेयरों में 6% से 25% तक की गिरावट देखने को मिली है।
इन सबके बीच सिर्फ Nykaa की पैरेंट कंपनी FSN E-commerce ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसने 25 जून 2025 तक 28% का रिटर्न दिया है। वहीं दूसरी तरफ, Nifty 50 ने इस दौरान 8.43%, Nifty MidCap ने 3.82%, और Nifty SmallCap ने सिर्फ 1.1% का रिटर्न दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन न्यू-एज कंपनियों की वैल्यूएशन अब भी बहुत महंगी है और आने वाले समय में मुनाफे को लेकर स्थिति साफ नहीं है। यही वजह है कि कई निवेशकों ने इन शेयरों को बेचना शुरू कर दिया है। विश्लेषकों की सलाह है कि निवेशक इस सेक्टर में सोच-समझकर और लॉन्ग टर्म नजरिए से ही निवेश करें, क्योंकि सब कंपनियां मुनाफा नहीं कमा पा रहीं।
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न्यू-एज कंपनियों के शेयर भले ही बीते कुछ समय में गिरे हों, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि इनके शेयर अब भी बहुत महंगे हैं। Geojit Investments के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि इन कंपनियों की वैल्यूएशन और ग्रोथ आउटलुक के बीच तालमेल नहीं है। उन्होंने कहा, “कुछ चुनिंदा शेयर अब भी प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं, क्योंकि निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि आगे जाकर इनका मुनाफा बढ़ेगा और इंडस्ट्री में औसत से ज़्यादा ग्रोथ होगी। लेकिन हकीकत ये है कि ज्यादातर कंपनियां या तो घाटे में हैं या जितना मुनाफा दिखाना चाहिए था, वह नहीं दिखा पाईं।”
उदाहरण के तौर पर, Zomato (Eternal) का प्राइस-टू-अर्निंग (PE) रेशियो 442x, PB Fintech का 236.1x, और Nykaa का 899.8x है। इसके मुकाबले, Nifty50 का PE सिर्फ 23x, और MidCap व SmallCap का 33x है। यानी, ये न्यू-एज कंपनियां अब भी बहुत महंगी कीमतों पर ट्रेड कर रही हैं।
साथ ही, ये कंपनियां अलग-अलग तरह की परेशानियों से भी जूझ रही हैं। Zomato और Swiggy को अब Rapido और Amazon जैसी बड़ी कंपनियों से तगड़ी टक्कर मिल रही है। दूसरी तरफ, Paytm को RBI की सख्ती का सामना करना पड़ रहा है। मार्च 2024 से इसकी पेमेंट्स बैंक पर नए डिपॉजिट और क्रेडिट ट्रांजैक्शन पर रोक लगी हुई है। सरकार ने फिलहाल बड़े UPI पेमेंट्स पर MDR लगाने का विचार भी खारिज कर दिया है, जिससे कंपनी को एक नया रेवेन्यू सोर्स मिलने की उम्मीद खत्म हो गई।
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हालांकि, Nykaa एकमात्र ऐसी कंपनी रही है जिसने 2025 की पहली छमाही में 28% की बढ़त दिखाई। इसकी दो बड़ी वजहें थीं — पहला, इसका नाम MSCI ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में जुड़ना, जिससे विदेशी निवेश बढ़ा। दूसरा, मार्च तिमाही (Q4FY25) में कंपनी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया और ₹20 करोड़ का मुनाफा दिखाया, जो साल दर साल 193% की बढ़त थी।
इसके उलट, Zomato का मुनाफा 78% गिरा, Swiggy का घाटा 95% बढ़ा, Paytm का घाटा ₹540 करोड़, और Ola Electric का घाटा ₹870 करोड़ हो गया, जो 109% की बढ़त है।
Angel One के सीनियर एनालिस्ट वकार जावेद खान कहते हैं, “दुनियाभर में ब्याज दरें ऊंची बनी हुई हैं, जिससे लिक्विडिटी टाइट हो गई है। ऐसे माहौल में निवेशक उन कंपनियों से दूर रहना पसंद कर रहे हैं जिनका मुनाफा या तो है नहीं या बेहद कमजोर है, फिर चाहे वे कितनी भी उम्मीदों के साथ ट्रेड कर रही हों।”
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न्यू-एज कंपनियों के हालिया प्रदर्शन को देखते हुए निवेशकों के मन में सवाल है — इन कंपनियों में अब भी निवेश किया जाए या नहीं? इस पर अलग-अलग एक्सपर्ट्स की राय सामने आई है।
Angel One के एनालिस्ट वकार जावेद खान का मानना है कि अगर न्यू-एज स्टॉक्स में किसी एक को चुनना हो, तो Nykaa सबसे बेहतर विकल्प है। उनके मुताबिक, कंपनी का ब्यूटी और पर्सनल केयर (BPC) सेगमेंट FY26 और FY27 में 25-30% की ग्रोथ दिखा सकता है। साथ ही, फैशन सेगमेंट भी FY27 तक EBITDA पॉजिटिव हो सकता है। कुल मिलाकर, कंपनी का EBITDA मार्जिन FY26 में 7.5% और FY27 में 9.5% तक पहुंच सकता है, जो अच्छी संकेत हैं।
वहीं, JM Financial की राय है कि Zomato (अब Eternal) और Swiggy में भी अब निवेश का अवसर बन सकता है। ब्रोकरेज हाउस ने Eternal के लिए ₹280 का टारगेट और Swiggy के लिए ₹450 का टारगेट दिया है। उनका मानना है कि इन कंपनियों का EBITDA घाटा Q4FY26 में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच चुका है, यानी अब इनमें धीरे-धीरे सुधार की संभावना है। अगर ये कंपनियां अपने फाइनेंशियल नतीजे बेहतर करती हैं, तो इनमें री-रेटिंग की पूरी उम्मीद है।