जेरोधा एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Zerodha Asset Management Company- AMC) को म्यूचुअल फंड (MF) बिजनेस शुरू करने के लिए मार्केट रेगुलेटर से अंतिम मंजूरी मिल गई है। यह घोषणा जेरोधा के फाउंडर नितिन कामत ने शुक्रवार को की।
बता दें कि Zerodha AMC डिस्काउंट ब्रोकर जेरोधा ब्रोकिंग (Zerodha Broking ) और फिनटेक प्लेटफॉर्म Smallcase के बीच एक जॉइंट वेंचर है।
कामत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘हमें Zerodha AMC के लिए अंतिम मंजूरी मिल गई है जिसके लिए हम स्मॉलकेस के साथ साझेदारी कर रहे हैं।’
विशाल जैन को Zerodha AMC के CEO के रूप में नियुक्त किया गया है। वे पहले निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund) में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के प्रमुख थे।
46 ट्रिलियन रुपये की नई म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में एंट्री केवल पैसिव फंड ऑफर करेगी। नवी एमएफ (Navi MF ) वर्तमान में एकमात्र पैसिव AMC है, हालांकि इसके पास एस्सेल एमएफ (Essel MF) के मौजूदा फंडों के अधिग्रहण के माध्यम से एक्टिव फंड हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) ‘MF Lite’ रेगुलेशन लाने पर काम कर रहा है जो पैसिव म्यूटुअल फंड के अनुपालन बोझ को कम करेगा। इससे पैसिव फंडों के मैनेजमेंट की लागत कम होने की उम्मीद है।
कामत ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य केवल इंडेक्स बनना और सिंपल फंड और ETF बनाना है, जिसे सभी निवेशक समझ सकें और अपने सभी लक्ष्यों के मुताबिक निवेश कर सकें।’
जेरोधा ने फरवरी 2020 में म्यूचुअल फंड लाइसेंस के लिए अप्लाई किया था और सितंबर 2021 में वेरिफिकेशन की मंजूरी प्राप्त की थी।
गुरुवार को, हेलिओस कैपिटल (Helios Capital) के फाउंडर समीर अरोड़ा ने घोषणा की कि पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज (PMS) फर्म को म्यूचुअल फंड लॉन्च करने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) से अंतिम मंजूरी मिल गई है। अरोड़ा 43-कंपनियों वाली म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में एंट्री कर रहे हैं।