JanNivesh SIP and SBI Balanced Advantage Fund: मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के माइक्रो-इन्वेस्टमेंट स्कीम के सपने को SBI म्युचुअल फंड ने ‘JanNivesh SIP’ लॉन्च करके साकार कर दिया है। इसमें निवेशक केवल 250 रुपये से निवेश शुरू कर सकते है। SBI के साथ मिलकर लॉन्च की गई इस स्कीम का मकसद गांव, कस्बों और शहरों में छोटे निवेशकों और पहली बार निवेश करने वालों को म्युचुअल फंड के दायरे में लाना है। मार्केट रेगुलेटर SEBI की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) ने इस स्कीम को “एक सपना सच होने जैसा” बताया। अगर आप भी ‘JanNivesh SIP’ शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि यह स्कीम निवेशकों का पैसा कहां पर निवेश करेगी। कैसा रिटर्न मिलने की संभावना है और इसमें जोखिम कितना होगा?
JanNivesh SIP के माध्यम से जो पैसा SBI म्युचुअल फंड हाउस के पास आएगा उसे वह SBI Balanced Advantage Fund में निवेश करेगी। यह फंड 31 अगस्त 2021 को लॉन्च हुआ था। यह एक ओपन-एंडेड डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड है, जो इक्विटी और डेट के बीच अपने निवेश को बैलेंस करता है। यह फंड उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है, जो इक्विटी और डेट के बैलेंस मिक्स के जरिए लॉन्ग टर्म कैपिटल बढ़ाना चाहते हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक, SBI Balanced Advantage Fund ने पिछले तीन साल में निवेशकों को 13.40% का रिटर्न दिया है। वहीं, पिछले एक साल में स्कीम ने 7.40% का रिटर्न दिया है। इस स्कीम ने अपने शुरुआत (Since Inception) से निवेशकों को अब तक 12.24% का सालाना रिटर्न दिया है। परफॉर्मेंस के मामले में इस स्कीम ने अपने बेंचमार्क को भी पीछे छोड़ दिया है। NIFTY 50 HYBRID COMPOSITE DEBT 50:50 INDEX ने 9% का रिटर्न दिया है।
तीन साल के रिटर्न के आधार पर देखें तो यह फंड अपनी कैटिगरी में सबसे ज्यादा रिटर्न देने के मामले में दूसरे नंबर है। पहले नंबर पर HDFC Balanced Advantage Fund है। फंड हाउस HDFC की इस स्कीम ने पिछले तीन साल में निवेशकों को 20.03% का रिटर्न दिया है।
एसबीआई बैलेंस्ड एडवांटेज फंड एक ओपन-एंडेड डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड है। इस फंड में निवेशक मिनिमम 5,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं और उसके बाद 1000 रुपये के मल्टीपल में पैसा लगा सकते हैं। इस स्कीम का बेंचमार्क NIFTY 50 HYBRID COMPOSITE DEBT 50:50 INDEX है। 31 जनवरी 2025 तक इस फंड का AUM 33305.48 करोड़ रुपये था। इस फंड में जोखिम बहुत ज्यादा है। इस स्कीम का एक्सपेंस रेशियो (Expense Ratio) 0.69% है। इस स्कीम में कोई लॉक इन पीरियड नहीं है। हालांकि निवेशकों को स्कीम से बाहर निकलने से पहले एग्जिट लोड के नियमों को ध्यान में रखने की जरूरत हैं…
कोई शुल्क नहीं (NIL): अगर आप खरीदी गई या स्विच की गई यूनिट्स का 10% तक हिस्सा आवंटन की तारीख से 1 साल के भीतर निकालते हैं।
1% शुल्क: अगर आप 1 साल के भीतर 10% से ज्यादा यूनिट्स रिडीम या स्विच करते हैं, तो 1% एग्जिट लोड लगेगा।
कोई शुल्क नहीं (NIL): अगर आप आवंटन की तारीख के 1 साल बाद यूनिट्स रिडीम या स्विच करते हैं।
इक्विटी- 42.51%
डेट- 25.82%
रियल एस्टेट – 5.04%
कैश एंड कैश इक्विटी -26.63%
इस स्कीम के फंड मैनेजर्स दिनेश बालचंद्रन, मानसी सजेजा, राजीव राधाकृष्णन और प्रदीप केसवन हैं। दिनेश बालचंद्रन इस स्कीम के इक्विटी हिस्से को मैनेज करते हैं, जबकि मानसी सजेजा डेट हिस्से की जिम्मेदारी संभालती हैं। इन सभी फंड मैनेजर्स को लगभग 20 साल का अनुभव है।
SBI Balanced Advantage Fund का पोर्टफोलियो कई सेक्टर्स में फैला हुआ है। 31 जनवरी 2025 तक, इसका सबसे बड़ा निवेश भारत सरकार की सिक्योरिटीज में है, जो कुल 9.87% है।
कॉर्पोरेट निवेशों में, HDFC बैंक लिमिटेड का हिस्सा 4.94%, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का 4.59%, और भारती एयरटेल लिमिटेड का 3.32% है।
इसके अलावा, GAIL (इंडिया) लिमिटेड (2.78%), नेशनल हाईवे इंफ्रा ट्रस्ट (2.48%), एक्सिस बैंक लिमिटेड (2.44%), HCL टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (2.34%), लार्सन एंड टूब्रो लिमिटेड (2.15%), महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (2.14%), और टेक महिंद्रा लिमिटेड (2.11%) भी प्रमुख निवेशों में शामिल हैं।
इस पोर्टफोलियो में सरकारी बॉन्ड, बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, टेलीकॉम, टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्रियल सेक्टर का संतुलित मिश्रण है, जो इस फंड की डायनामिक एसेट एलोकेशन रणनीति को दर्शाता है।
स्रोत- एसबीआई म्यूचुअल फंड वेबसाइट
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फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम इक्विटी और डेट में डायनेमिक तरीके से निवेश करके लॉन्ग टर्म में कैपिटल बढ़ाने (Long-term Capital Appreciation) और आय (Income) प्रदान करने के लिए बनाई गई है। इसके तहत, स्कीम इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स के डायवर्स पोर्टफोलियो (Well-Diversified Portfolio) में निवेश करेगी। फंड मैनेजर स्टॉक्स का चयन करते समय बिजनेस की बुनियादी ताकत, मैनेजमेंट की क्वालिटी, कंपनी की फाइनैंशियल हेल्थ और बाजार में इसकी लीडरशिप जैसे फैक्टर पर ध्यान देंगे। यह स्कीम किसी भी सेक्टर या मार्केट कैप की सीमा के बिना विभिन्न सेक्टर में निवेश करेगी।
इसके अलावा, स्कीम डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश करेगी और इसमें निवेश करते समय मौजूदा ब्याज दरें, यील्ड कर्व, यील्ड स्प्रेड और विभिन्न इंस्ट्रूमेंट्स की लिक्विडिटी जैसे फैक्टर को ध्यान में रखा जाएगा। स्कीम डेरिवेटिव इंस्ट्रूमेंट्स, जैसे फ्यूचर्स और ऑप्शंस (Futures & Options), स्टॉक/इंडेक्स फ्यूचर्स, इंटरेस्ट रेट स्वैप्स (Interest Rate Swaps) और फॉरवर्ड रेट एग्रीमेंट्स (Forward Rate Agreements) में भी निवेश कर सकती है।
(डिस्क्लेमर: यहां म्युचुअल फंड स्कीम की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)