म्युचुअल फंडों (एमएफ) ने वित्त वर्ष 2024 में वित्त वर्ष 2023 के मुकाबले 70 प्रतिशत ज्यादा निवेशक जोड़े। इक्विटी बाजार में तेजी की वजह से फंड उद्योग को ज्यादा निवेशक आकर्षित करने में मदद मिली। म्युचुअल फंडों ने पिछले साल 68 लाख निवेशक शामिल किए थे। इसके साथ ही कुल फंड निवेशकों की संख्या बढ़कर 4.45 करोड़ हो गई। वित्त वर्ष 2023 में निवेशकों की संख्या में 40 लाख का इजाफा हुआ था।
भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) के मुख्य कार्याधिकारी वेंकट चलसानी ने कहा, ‘बीते वित्त वर्ष में म्युचुअल फंडों की ओर निवेशकों का रुझान जारी रहा। इसका अंदाजा एसआईपी खातों की संख्या से चलता है जो 8.39 करोड़ की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई।
फंड उद्योग की एयूएम वित्त वर्ष 2024 में 35 प्रतिशत बढ़ी जो किसी वित्त वर्ष में दूसरी सर्वाधिक वृद्धि है। इस तेजी का असर निवेश खातों में भी दिखा क्योंकि फोलियो की संख्या भी 14.78 करोड़ के ऊंचे स्तर पर पहुंच गई।’ वित्त वर्ष 2024 में हुई वृद्धि वित्त वर्ष 2022 के आंकड़े के मुकाबले अभी भी काफी कम है। वित्त वर्ष 2022 में करीब 1.1 करोड़ नए निवेशक फंडों से जुड़े थे।
विश्लेषकों के अनुसार वित्त वर्ष 2024 में निवेशक जुड़ने की रफ्तार काफी हद तक इक्विटी बाजार में आई तेजी के कारण रही। प्रमुख सूचकांक निफ्टी-50 और सेंसेक्स वित्त वर्ष 2024 में 25 प्रतिशत से ज्यादा चढ़े जबकि वित्त वर्ष 2023 में इनका प्रदर्शन काफी कमजोर रहा।
नए निवेशकों की संख्या में वृद्धि के लिए एक अन्य कारक कई लोकप्रिय श्रेणियों में नई फंड पेशकश भी रहीं। वित्त वर्ष 2024 में, म्युचुअल फंडों ने 58 इक्विटी योजनाओं की पेशकश की जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 32 था।
इक्विटी बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी में वृद्धि का अंदाजा एसआईपी के मजबूत आंकड़े से भी लगता है। वित्त वर्ष 2024 में सक्रिय एसआईपी खातों की संख्या 2 करोड़ तक बढ़ गई जो वित्त वर्ष 2023 में शामिल कुल 1.08 करोड़ खातों की तुलना में लगभग दोगुनी है। एम्फी के आंकड़े से पता चलता है कि फरवरी 2024 तक 82 प्रतिशत सक्रिय एसआईपी खाते थे।
बजाज फिनसर्व एएमसी के मुख्य कार्याधिकारी गणेश मोहन ने कहा, ‘पूरे देश में म्युचुअल फंड उद्योग की बढ़ती पैठ उम्मीद के अनुरूप है। कुछ हद तक इसकी वजह कम मौजूदा निवेशक आधार भी रही है और अब हम इसमें तेजी आते देख रहे हैं। हम कुछ हद तक उसी तरह का अनुभव देख रहे हैं जो 2000 के दशक की शुरुआत में दूरसंचार उद्योग ने महसूस किया था।’
भले ही निवेशकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, फिर भी यह संख्या संभावित ग्राहक आधार से काफी कम है। 4.3 करोड़ के साथ एमएफ ग्राहक आधार इस समय आईटीआर फाइल करने वाले 8.2 करोड़ ग्राहकों का लगभग आधा है।