Milky Mist IPO: पनीर और आइसक्रीम समेत डेरी उत्पाद बनाने वाली इरोड की मिल्की मिस्ट डेरी फूड्स प्राइवेट अपने विस्तार के लिए बाजार से रकम जुटाने की तैयारी कर रही है। कंपनी अगले 10 से 12 महीने में 20,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन पर आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के जरिये 1,500-2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है।
इसके जरिये कंपनी अन्य सूचीबद्ध कंपनियों मसलन हटसन एग्रो प्रॉडक्ट, हेरिटेज फूड्स, पराग मिल्क फूड्स और डोडला डेयरी के नक्शेकदम पर चलेगी। डेयरी उत्पाद क्षेत्र में नेस्ले, ब्रिटानिया और असूचीबद्ध अमूल अन्य बड़ी कंपनियां हैं। आईपीओ से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल राष्ट्रीय स्तर पर मौजूदगी बढ़ाने और नए उत्पाद जोड़ने पर किया जाएगा।
मिल्की मिस्ट डेरी के मुख्य कार्याधिकारी के रत्नम ने कहा कि हम इसके समय और अन्य गतिविधियों की संभावना तलाश रहे हैं। हमारी वित्तीय व उत्पादों की मार्केटिंग सही स्थिति में है। आईपीओ की प्रक्रिया में 10 से 12 महीने लगेंगे। हम 1,500 से 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें कुछ वैल्यू ऐडेड उत्पादों में विस्तार की जरूरत है। जब आप राष्ट्रीय ब्रांड की बात करते हैं तो आपकी मौजूदगी दक्षिण भारत से बाहर होनी चाहिए।
मिल्की मिस्ट के संस्थापक टी सतीश कुमार ने कथित तौर पर आठवीं में ही पढ़ाई छोड़ दी थी और 1994 में कंपनी की स्थापना के समय महज 17 साल के थे। अब कंपनी के प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो में कई चीजें हैं। कंपनी पनीर, दही, मक्खन, चीज, योगर्ट और आइसक्रीम का उत्पादन करती है।
आईपीओ योजना ऐसे समय में आई है जब कंपनी ने कम से कम तीन बार प्राइवेट इक्विटी कैपिटल जुटाने की कोशिश की और पीक 15 पार्टनर्स (पूर्व में सिकोया कैपिटल इंडिया), वेस्टब्रिज और अन्य से उसकी बातचीत हुई थी। रत्नम ने कहा कि प्राइवेट इक्विटी कंपनियों के साथ समय लग रहा था। हम उस समय परियोजना पर अमल के मध्य में थे। मिल्की मिस्ट से पहले रत्नम अमूल डेरी के प्रबंध निदेशक थे। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का राजस्व करीब 1,940 करोड़ रुपये व शुद्ध लाभ 50 करोड़ रुपये रहा।