बेंचमार्क नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी शुक्रवार को नई ऊंचाई पर बंद हुआ। हालांकि निफ्टी बैंक इंडेक्स जुलाई में कारोबारी सत्र के दौरान दर्ज 46,370 की रिकॉर्ड ऊंचाई से अभी 3.3 फीसदी पीछे है।
निफ्टी बैंक इंडेक्स का निफ्टी के साथ पारस्परिक संबंध है, जिसकी वजह निफ्टी में बैंक का अच्छा खासा भारांक है। तकनीकी विश्लेषकों का मानना है कि अगर बैंकिंग क्षेत्र के प्रदर्शन की माप करने वाला यह इंडेक्स 45,000 के प्रतिरोध स्तर के पार निकल जाता है तो इसके नई ऊंचाई पर पहुंचने की अच्छी संभावना है।
सक्रिय स्मॉलकैप योजनाओं की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों में मामूली गिरावट दर्ज हुई है जबकि नवंबर में स्मॉलकैप सूचकांकों में दो अंकों का इजाफा हुआ। यह विचलन बताता है कि मूल्यांकन की चिंताओं के बीच निवेशकों ने शायद मुनाफावसूली की होगी।
स्मॉलकैप शेयरों में पिछले छह महीनों में काफी तेजी आई है, जिससे म्युचुअल फंड निवेशकों को खासा फायदा हुआ है। एक ओर जहां पैसिव फंडों ने छह महीने में 40 फीसदी से ज्यादा का फायदा हासिल किया,वहीं ऐक्टिव फंडों का रिटर्न 20 से 36 फीसदी के बीच रहा।
टाटा समूह की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने शुक्रवार को 17,000 करोड़ रुपये की पुनर्खरीद की शुरुआत की। इसके तहत गुरुवार तक शेयर टेंडर किए जा सकते हैं। बाजार पर नजर रखने वालों का सुझाव है कि इस बार खुदरा निवेशकों के लिए स्वीकार्यता अनुपात पिछली पुनर्खरीदों के मुकाबले काफी कम रह सकता है।
एक विश्लेषक ने कहा, 2027 से 2020 के बीच तीन पुनर्खरीदों में खुदरा निवेशकों के लिए स्वीकार्यता अनुपात 100 फीसदी रहा है। इस बार यह अनुपात करीब 15 फीसदी है। रिकॉर्ड तारीख 25 नवंबर से पहले 2 लाख रुपये से कम का शेयर होल्ड कर रहे निवेशकों यानी कई छोटे निवेशकों ने टीसीएस के शेयर खरीदे। इसका स्वीकार्यता अनुपात पर असर पड़ा। साल 2022 में भी ऐसी स्थिति देखने को मिली थी। टीसीएस 4,150 रुपये पर अपने शेयरों की पुनर्खरीद कर रही है।