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Market Outlook: इस हफ्ते शेयर बाजार की दिशा कई अहम घटनाओं पर निर्भर करेगी। विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका में एच-1बी वीजा फीस को 1 लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) करने का फैसला, जीएसटी दरों में कटौती और भारत-अमेरिका ट्रेड टॉक्स बाजार की बड़ी सुर्खियां रहेंगी।
अमेरिका ने शुक्रवार को घोषणा की कि एच-1बी वीजा एप्लीकेशन फीस को 1 लाख डॉलर कर दिया जाएगा। इससे भारत के 285 अरब डॉलर के आईटी सेक्टर पर दबाव बढ़ सकता है क्योंकि 70% से ज्यादा एच-1बी वीजा भारतीय टेक प्रोफेशनल्स को ही मिलते हैं।
नैसकॉम ने चेतावनी दी है कि इस कदम से ऑनशोर प्रोजेक्ट्स की निरंतरता प्रभावित होगी। विशेषज्ञों का कहना है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इन्फोसिस और विप्रो जैसी बड़ी कंपनियों की आय पर सीधा असर पड़ सकता है।
सोमवार से लगभग 375 वस्तुओं और सेवाओं पर घटे हुए जीएसटी रेट लागू हो जाएंगे। इसमें रोजमर्रा की जरूरत के सामान से लेकर दवाइयां, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऑटोमोबाइल तक शामिल हैं। नवरात्र के पहले दिन से लागू इस फैसले से ग्राहकों को बड़ी राहत मिलेगी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 22 सितंबर को अमेरिका रवाना होंगे और वहां ट्रेड टॉक्स की अगुवाई करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच आपसी फायदे वाले ट्रेड एग्रीमेंट को लेकर बातचीत आगे बढ़ाई जाएगी। बीते 16 सितंबर को हुई वार्ता में कई मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा हुई थी।
विश्लेषकों का कहना है कि इस हफ्ते बाजार की नजर रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर भी रहेगी। साथ ही विदेशी निवेशकों की खरीद-फरोख्त भी अहम होगी। शुक्रवार को एफआईआई ने 390.74 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
वैश्विक स्तर पर निवेशकों का ध्यान अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आंकड़ों जैसे जीडीपी, मैन्युफैक्चरिंग व सर्विस पीएमआई और पीसीई प्राइस इंडेक्स पर रहेगा।
पिछले हफ्ते सेंसेक्स 721.53 अंक (0.88%) और निफ्टी 213.05 अंक (0.84%) की बढ़त के साथ बंद हुआ था।