इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट इंडिया के एंकर निवेशकों को आवंटित शेयरों पर आंशिक पाबंदी इस हफ्ते समाप्त हो जाएगी। आवंटित शेयरों के आधे हिस्से की लॉक इन अवधि समाप्त हो रही है, बाकी आधे हिस्से पर 60 दिन तक पाबंदी लगी रहेगी। पिछले हफ्ते इस शेयर में 4.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। धर्मज क्रॉप और यूनिपार्ट्स के शेयरों में भी तेजी दर्ज हुई, जिनके एंकर आवंटन पर पिछले हफ्ते आंशिक पाबंदी समाप्त हुई। लॉक इन अवधि समाप्त होने पर शेयरों पर दबाव दिख सकता है क्योंकि काफी शेयर बिक्री के लिए आ जाएंगे। विश्लेषकों ने कहा कि इन शेयरों में तेजी व्यापक बाजारों की अच्छी चाल के कारण दर्ज हुई। बीएसई मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांकों में पिछले हफ्ते क्रमश: 3.6 फीसदी व 6 फीसदी का इजाफा हुआ।
लकड़ी कै पैनलों का उत्पादन करने वाली कंपनियों के शेयर साल 2023 में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं और ज्यादा मौके मध्यम घनत्व वाले फाइबरबोर्ड और पार्टिकलबोर्ड के बाजारों में हैं। मूल उपकरण विनिर्माताओं और खुदरा क्षेत्र की मांग इनमें बढ़ोतरी ला सकता है। इसके अतिरिक्त, असंगठित कंपनियां मांग में उतारचढ़ाव और कार्यशील पूंजी के मसले का सामना कर सकती हैं। ये चीजें बड़ी कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी में अल्पावधि के दौरान बढ़ोतरी कर सकती है। ग्रीनपैनल इंडस्ट्रीज और सेंचुरी प्लाईबोर्ड इंडिया को फायदा मिल सकता है।
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निवेशकों को उम्मीद है कि कंपनियों की तिमाही आय बाजारों में थोड़ी चमक लाएगी, जिसने साल 2023 के पहले हफ्ते में अस्थिरता का सामना किया है। पहले दो कारोबारी सत्रों में बढ़त के बाद निफ्टी 1.2 फीसदी नुकसान के साथ बंद हुआ क्योंकि अमेरिकी बाजार में रोजगार के मजबूत आंकड़ों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व को ब्याज दरें ऊंची रखने की पर्याप्त वजह दे दी। विश्लेषकों ने कहा, अगर नतीजे असरदार रहे तो बाजारों को आगे बढ़ने का साहस मिलेगा। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा, हम हेजिंग वाले तरीके को प्राथमिकता देने और जरूरत से ज्यादा ट्रेडिंग से बचने की सिफारिश कर रहे हैं।