मणप्पुरम फाइनैंस के शेयरों में शुक्रवार को 7 फीसदी की उछाल देखी गई और यह तेजी विश्लेषकों के इस बयान के बाद आई कि बेन कैपिटल की 18 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने और सोने के एवज में ऋण देने वाली कंपनी को संयुक्त रूप से नियंत्रित करने की योजना से इसके प्रबंधन के लिए उत्तराधिकार योजनाओं को सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी बेन कैपिटल, मणप्पुरम के शेयरों और वारंटों को लगभग 236 रुपये प्रति शेयर की दर से खरीदेगी जो गुरुवार को शेयर के लगभग 217.5 रुपये के बंद भाव पर 9 प्रतिशत का प्रीमियम है।
करीब 50.8 करोड़ डॉलर के निवेश के बाद, बेन कैपिटल नियमों के तहत ‘प्रवर्तक’ कहे जाने वाले अन्य बड़े शेयरधारकों के साथ मिलकर मणप्पुरम को संयुक्त रूप से नियंत्रित करेगी। मणप्पुरम के शेयर 7.7 प्रतिशत चढ़कर लगभग 234.40 रुपये पर बंद हुए, जो इसका रिकॉर्ड स्तर पर सबसे उच्चतम स्तर है।
बेन कैपिटल का भारत में कारोबारों को बढ़ाने का एक अच्छा इतिहास है, जिसमें वित्तीय सेवा क्षेत्र में 360 वन डब्ल्यूएएम, एलऐंडटी फाइनैंस और ऐक्सिस बैंक के साथ पिछली सफल साझेदारियां भी शामिल हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों का मानना है कि यह करार कंपनी के भीतर परिचालन दक्षता और शासन में सुधार करेगा। मणप्पुरम फाइनैंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदकुमार ने कहा, ‘हम अपने विकास के अगले चरण में प्रवेश कर रहे हैं और ऐसे में हम बेन कैपिटल का अपने नए साझेदार के रूप में स्वागत करते हुए खुश हैं। उनकी नेतृत्व टीम उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती है और विकास पर अधिक ध्यान दिए जाने से मणप्पुरम फाइनैंस के लिए नए अवसर खुलेंगे। हम एक सफल साझेदारी की आशा करते हैं जो नवाचार और निरंतर सफलता को बढ़ावा दे।’
करार के तहत निदेशक मंडल (बोर्ड) का पुनर्गठन किया जाएगा और नंदकुमार ‘गैर-कार्यकारी अध्यक्ष और संरक्षक’ की भूमिका में टीम का मार्गदर्शन करना जारी रखेंगे। इस बीच, सीएलएसए ने मणप्पुरम फाइनैंस के शेयरों के लिए अपने लक्षित मूल्य को लगभग 270 रुपये प्रति शेयर तक बढ़ा दिया है और इसकी रेटिंग ‘बेहतर’ बताई है जबकि डीएएम कैपिटल ने ‘खरीद’ की रेटिंग के साथ अपने लक्षित मूल्य को लगभग 255 रुपये तक बढ़ा दिया है। इस पर्याप्त पूंजी निवेश के कारण मणप्पुरम फाइनैंस की वित्तीय स्थिति के मजबूत होने की उम्मीद है, जिससे कंपनी परिचालन दक्षता में सुधार कर सके और स्वर्ण ऋण, वाहन ऋण, एमएसएमई ऋण और माइक्रोफाइनैंस जैसे प्रमुख क्षेत्रों में विस्तार कर सके।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के एक विश्लेषक ने कहा कि बेन कैपिटल के साथ रणनीतिक साझेदारी से कंपनी के अगले चरण की वृद्धि के लिए जरूरी विशेषज्ञता और दिशानिर्देश मिलेगा। रणनीतिक बदलाव और नई साझेदारी आशाजनक हैं लेकिन विश्लेषकों का कहना है कि इस बदलाव की सफलता कंपनी की अंतर्निहित संस्कृति और प्रक्रियाओं को समझने में बेन कैपिटल की क्षमता पर निर्भर करेगी। ब्रोकिंग फर्म ने कहा कि इस प्रक्रिया का पहला कदम कंपनी के बदलाव के लिहाज से एक पेशेवर सीईओ की नियुक्ति होगी।