facebookmetapixel
बढ़ते प्रदूषण से मांग कई गुना बढ़ी: दिल्ली-एनसीआर में एयर प्यूरीफायर और N95 मास्क की जोरदार बिक्रीब्रोकरेज का भरोसा बरकरार: 2026 में भी भारतीय शेयर बाजार की तेजी जारी रहने की उम्मीदभारतीय परिधान व फुटवियर उद्योग पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ोतरी का ज्यादा असरराज्यों का पूंजीगत व्यय सुस्त: अप्रैल-अक्टूबर में सिर्फ 33.5% खर्च, केंद्र से काफी पीछेIMF की चेतावनी: भारत में ‘जॉम्बी कंपनियों’ की बढ़ती मौजूदगी, IBC में सुधार की जरूरतवैश्विक चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती बरकरार: वित्त मंत्रालयWPL नीलामी में सबसे महंगी ​खिलाड़ी बनीं दी​प्ति शर्मा, यूपी वॉरियर्ज ने ₹3.20 करोड़ में खरीदानए सुधार पर काम कर रही नीति आयोग की समिति, लाइसेंस व्यवस्था खत्म कर नियम होंगे आसानभारत में जरूरी पूंजी का एक बड़ा हिस्सा गिफ्ट सिटी से आएगा: IFSCA चेयरमैन के राजारमनStock Market: नए ​शिखर को छूकर लौटे इंडेक्स, लगभग सपाट रहा बाजार

HCL, ITC, Dabur पर लेटेस्ट रिपोर्ट, क्या इन FMCG Stocks में निवेशकों को होगा फायदा?

Antique Stock Broking की रिपोर्ट बताती है कि कंपनियों ने कुछ अहम रणनीतियां अपनाई हैं, जो आने वाले महीनों में उनकी स्थिति को बेहतर बना सकती हैं।

Last Updated- January 15, 2025 | 5:40 PM IST
FMCG Stocks

दिसंबर 2024 FMCG कंपनियों के लिए चुनौतियों से भरा रहा। ठंड का असर देर से दिखा, मांग कमजोर रही और कच्चे माल की बढ़ती कीमतों ने कई कंपनियों की परफॉर्मेंस पर दबाव डाला। हालांकि, Antique Stock Broking की रिपोर्ट बताती है कि कंपनियों ने कुछ अहम रणनीतियां अपनाई हैं, जो आने वाले महीनों में उनकी स्थिति को बेहतर बना सकती हैं।

इन्वेंट्री सुधार और चैनल पार्टनर्स का भरोसा

कंपनियों ने इन्वेंट्री लेवल को घटाकर 10-12 दिनों तक सीमित कर दिया है। इसका मकसद चैनल पार्टनर्स का रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (RoI) बेहतर करना है। यह कदम न केवल डिस्ट्रीब्यूटर्स का भरोसा मजबूत करेगा, बल्कि भविष्य में बिक्री में स्थिरता भी लाएगा। इन्वेंट्री सुधार से कंपनियों को अचानक मांग बढ़ने पर तेजी से सप्लाई करने में मदद मिलेगी।

कीमतों में बढ़ोतरी का फायदा

कच्चे माल जैसे खाद्य तेल और कृषि उत्पादों की बढ़ती कीमतों के कारण उत्पादों के दाम बढ़े हैं। HUL, नेस्ले, और डाबर ने अपने प्रोडक्ट्स की कीमतों में बदलाव किया है, जिससे उनके मुनाफे में सुधार की उम्मीद है। हालांकि, इन बढ़ी हुई कीमतों का असर वॉल्यूम ग्रोथ पर पड़ सकता है, लेकिन लंबे समय में यह रणनीति कंपनियों को लाभ पहुंचा सकती है।

Also Read: दिग्गज PSU Bank Stock बना Motilal Oswal का टॉप पिक, पोर्टफोलियो में करें शामिल; मिल सकता 27% रिटर्न

कंपनियों का प्रदर्शन और भविष्य की उम्मीदें

दिसंबर में कमजोर मांग के बावजूद कुछ कंपनियों ने अपनी स्थिति संभालने की कोशिश की। HUL के डिटर्जेंट्स ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर अच्छी बिक्री दर्ज की, जबकि छोटे पैक ने भी प्रदर्शन को संभाला। डाबर की टूथपेस्ट कैटेगरी ने अच्छा प्रदर्शन किया, हालांकि स्वास्थ्य उत्पादों की बिक्री कमजोर रही। वहीं, मैरिको की सैफोला और पैराशूट ब्रांड्स ने शादी के सीजन और स्थिर तेल की कीमतों का फायदा उठाया। ठंड के बढ़ने से इमामी के विंटर प्रोडक्ट्स, जैसे बोरोप्लस, की मांग बढ़ने की संभावना है।

निवेशकों के लिए संकेत

रिपोर्ट में GCPL, मैरिको, और आईटीसी को एफएमसीजी सेगमेंट में सबसे अच्छे विकल्प बताया गया है। शराब कंपनियों में यूनाइटेड स्पिरिट्स और राडिको खेतान को भी बेहतर निवेश विकल्प माना गया है।

आने वाले महीनों की तस्वीर

ठंड के असर के बढ़ने से विंटर प्रोडक्ट्स की मांग में उछाल आने की उम्मीद है। इन्वेंट्री सुधार से न केवल चैनल पार्टनर्स का भरोसा मजबूत होगा, बल्कि कंपनियों की बिक्री भी स्थिर होगी। इसके अलावा, कच्चे माल की कीमतों में स्थिरता और उत्पादों के दाम बढ़ाने से कंपनियों का मुनाफा बेहतर हो सकता है।

दिसंबर की चुनौतियों के बावजूद, एफएमसीजी कंपनियां 2024 की नई शुरुआत के लिए तैयार दिखती हैं। सही रणनीति और बाजार की अनुकूल परिस्थितियों के चलते, आने वाले महीने इन कंपनियों के लिए बेहतर साबित हो सकते हैं। यह न केवल उनके कारोबार को बढ़ाएगा, बल्कि निवेशकों के लिए भी शानदार अवसर पेश करेगा।

First Published - January 15, 2025 | 5:36 PM IST

संबंधित पोस्ट