कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर सोमवार को इस आशावाद में 4 फीसदी से ज्यादा चढ़ गया कि विभिन्न सूचकांकों में शेयर का भारांक बढ़ेगा और ऐसे में करीब 6,000 करोड़ रुपये का पैसिव निवेश होगा।
बैंक का फ्री-फ्लोट बाजार पूंजीकरण बढ़ा है, जिसकी वजह नई इक्विटी के जरिए रकम जुटाना और प्रवर्तक शेयरधारिता की बिकवाली है। साथ ही सरकार की तरफ से विदेशी स्वामित्व के आकलन में बदलाव के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश की गुंजाइश बढ़ी है।
लार्सन ऐंड टुब्रो, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनैंस, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और डिवीज लैब आदि शेयरों के भारांक में बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि सबसे ज्यादा लाभ कोटक महिंद्रा बैंक को मिलेगा।
तीन कारोबारी सत्रों में 10 फीसदी चढऩे के बाद बैंक का शेयर सोमवार को 1,359 रुपये पर बंद हुआ। देसी ब्रोकरेज ने अपने क्लाइंटों को भेजे नोट मेंं कहा है, कोटक बैंक का निफ्टी, सेंसेक्स और बैंक निफ्टी में भारांक बढऩे वाला है। नोट में कहा गया है कि इस शेयर को 2.1 फीसदी भारांक के साथ एमएससीआई इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स मेंं शामिल किया जाएगा। इससे 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का पैसिव निवेश होगा और देसी सूचकांकों में भारांक बढऩे से 1,000 करोड़ रुपये का निवेश मिलेगा। एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों को इंडेक्स के अवयव व उसके भारांक में होने वाले बदलाव के आधार पर अपने निवेश को पुनर्गठित करना होगा।
इस महीने कोटक बैंक ने पात्र संस्थागत नियोजन से 7,442 करोड़ रुपये जुटाए। साथ ही प्रवर्तकों ने द्वितीयक बाजार में 2.93 फीसदी हिस्सेदारी का विनिवेश किया। अप्रैल में वैश्विक सूचकांक प्रदाता एमएससीआई और एफटीएसई रसेल ने कहा था कि जून व अगस्त की तिमाही समीक्षा के दौरान वह देसी शेयरों के कथित विदेशी स्वामित्व की सीमा में इजाफे पर फैसला लेगा। इससे पहले केंद्र ने एक अप्रैल से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक की सीमा को क्षेत्रीय सीमा मानने का फैसला लिया था।