करीब दो महीने के बाद, सरकार ने बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल में दो पूर्णकालिक सदस्यों- कमलेश चंद्र वार्ष्णेय और अमरजीत सिंह को नियुक्त किया है।
बयान में कहा गया कि दोनों नियुक्तियां कार्यभार संभालने से तीन साल तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेंगी। सेबी के निदेशक मंडल में दो पूर्णकालिक सदस्य और चार अंशकालिक सदस्य हैं। सेबी की अध्यक्ष माधवी पुरी बुच हैं।
दो साल से खाली पड़ा था पद
एसके मोहंती (SK Mohanty ) के जून और अनंत बरुआ (Ananta Barua) के जुलाई में रिटायर होने के बाद पद खाली रह गए।
हाल ही में, WTM (whole time members ) की कमी के कारण नियामक को एक प्रसारण और मीडिया फर्म से संबंधित आदेशों में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था।
जानें कमलेश चंद्र वार्ष्णेय और अमरजीत सिंह के बारे में
सरकार के 12 अगस्त को जारी बयान के अनुसार, वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में संयुक्त सचिव वार्ष्णेय भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के 1990 बैच से हैं। IRS में एक वरिष्ठ अधिकारी के रूप में, उन्होंने टैक्स नीति और विदेशी कर में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) में काम किया है।
उन्होंने वैश्विक मंचों पर भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है और महत्वपूर्ण टैक्स समझौतों, सीमा पार टैक्स मुद्दों पर बातचीत की है। उन्होंने IIM लखनऊ से MBA किया है और कानून की डिग्री भी हासिल की है।
वहीं, अमरजीत सिंह लगभग तीन दशकों से सेबी से जुड़े रहे हैं। उन्होंने जुलाई 2017 में सेबी के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला और तब से सेबी के quasi-judicial orders का भी हिस्सा रहे हैं। सेबी के भीतर, सिंह अंतरराष्ट्रीय मामलों के कार्यालय और बाजार विनियमन विभाग में आर्थिक और नीति विश्लेषण विभाग का कार्यभार संभाल रहे हैं।
वह इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सिक्योरिटीज कमीशन (IOSCO) में सेबी के प्रतिनिधि भी रहे हैं।
सिंह वर्तमान में मार्केट रेगुलेटर द्वारा मार्केट डेटा सलाहकार समिति (Market Data Advisory Committee) और कमोडिटी डेरिवेटिव्स सलाहकार समिति (Derivatives Advisory Committee) जैसी कई समितियों का हिस्सा हैं। सिंह के पास MBA की डिग्री है और उनके पास कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अंतर्राष्ट्रीय मामलों (आर्थिक नीति प्रबंधन) में मास्टर डिग्री भी है।