भारतीय फूड कंपनी ऑर्कला इंडिया (Orkla India) का आईपीओ (IPO) बुधवार, 29 अक्टूबर 2025 से निवेशकों के लिए खुल गया है। यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है, यानी इसमें कंपनी के मौजूदा शेयरधारक अपने शेयर बेचेंगे। इस ऑफर के तहत करीब 2.28 करोड़ इक्विटी शेयर बेचे जाएंगे, जिससे कुल मिलाकर ₹1,667.54 करोड़ जुटाने की उम्मीद है।
ऑर्कला इंडिया की शुरुआत साल 1996 में हुई थी। यह कंपनी भारत की एक जानी-मानी फूड प्रोडक्ट कंपनी है, जो नाश्ते से लेकर लंच, डिनर, स्नैक्स, पेय पदार्थ और मिठाइयों तक कई तरह के फूड प्रोडक्ट बनाती है। इसके पास MTR Foods, Eastern Condiments, और Rasoi Magic जैसे लोकप्रिय ब्रांड हैं, जो भारतीय घरों में खास जगह रखते हैं। कंपनी की मजबूत मौजूदगी कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों में है, जहां इसके प्रोडक्ट की अच्छी मांग है।
IPO से ठीक एक दिन पहले, यानी 28 अक्टूबर 2025 को, ऑर्कला इंडिया ने 30 बड़े संस्थागत निवेशकों से ₹499.6 करोड़ जुटाए। यह रकम एंकर बुक के जरिए हासिल की गई। कंपनी ने ₹695 से ₹730 के प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर यानी ₹730 प्रति शेयर पर 68.4 लाख शेयर इन निवेशकों को आवंटित किए। इन प्रमुख निवेशकों में Nippon Life India, Aditya Birla Sun Life AMC, Nomura Funds, LIC MF, Tata Investment Corporation, Bajaj Finserv MF, Société Générale, और Edelweiss जैसे बड़े नाम शामिल रहे।
ब्रोकरेज हाउस एंजेल वन (Angel One) ने इस IPO को ‘सब्सक्राइब’ रेटिंग दी है। उनका कहना है कि ₹730 के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का P/E अनुपात 31.68x है, जो इसके मजबूत ब्रांड, विविध उत्पाद पोर्टफोलियो और लंबी अवधि की ग्रोथ संभावनाओं को देखते हुए उचित मूल्यांकन है। वहीं, आनंद राठी (Anand Rathi) ने भी इस इश्यू को ‘सब्सक्राइब – लॉन्ग टर्म’ की सलाह दी है। यानी विश्लेषकों का मानना है कि यह IPO लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकता है।
ऑर्कला इंडिया IPO को ग्रे मार्केट में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। बुधवार को अनलिस्टेड मार्केट में इसका शेयर ₹807 पर ट्रेड कर रहा था, जो IPO के ऊपरी प्राइस बैंड ₹730 से करीब ₹77 (10.5%) ज्यादा है। यह बताता है कि निवेशकों में इस IPO को लेकर उत्साह है और इसकी अच्छी लिस्टिंग की उम्मीद की जा रही है।
इस IPO से ऑर्कला इंडिया को कोई सीधी राशि नहीं मिलेगी क्योंकि यह पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) है। यानी, इस इश्यू से जुटाई गई रकम कंपनी के मौजूदा शेयरधारकों के पास जाएगी, न कि कंपनी के पास। कंपनी ने इस IPO का उद्देश्य केवल शेयरधारकों को हिस्सेदारी बेचने का अवसर देना बताया है।