Ola Electric IPO: भारत में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक का IPO लाना अब पक्का हो गया है। आज मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से कंपनी को मंजूरी मिल गई है। सेबी की वेबसाइट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनी 7,250 करोड़ रुपये का IPO लाएगी। बता दें कि ओला इलेक्ट्रिक भारत की पहली इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी होगी, जो शेयर बाजार में एंट्री करने जा रही है।
ओला इलेक्ट्रिक की योजना फ्रेश इश्यू (नए शेयर) के जरिये 5,500 करोड़ रुपये जुटाने की है। बाकी रकम यानी 1750 करोड़ रुपये कंपनी ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिये जुटाएगी।
सॉफ्टबैंक (Softbank) और टेमासेक (Temasek) द्वारा समर्थित कंपनी ओला ने 22 दिसंबर 2023 को सेबी के पास डायरेक्ट रेड हेयरिंग प्रोसपेक्ट्स (DRHP) फाइल किया था। DRHP के मुताबिक,ओला इलेक्ट्रिक जुटाई जाने वाली रकम का उपयोग कर्ज के बोझ घटाने के अलावा पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) और रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) के लिए करेगी। कंपनी पूंजीगत खर्च के उपयोग में 1,226 करोड़ रुपये और रीपेमेंट डेट में 800 करोड़ रुपये खर्च करेगी। इसके अलावा R&D मद में 1,600 करोड़ रुपये और कारोबार के विकास पर 350 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
ओला के फाउंडर और मुख्य कार्याधिकारी (CEO) भावीश अग्रवाल पहली बार किसी कंपनी को लिस्ट कराने जा रहे हैं। IPO के तहत करीब 4.74 करोड़ शेयर यानी करीब 3.48 फीसदी हिस्सेदारी बेचेंगे।
IPO के जरिये अपनी हिस्सेदारी बेचने वाले अन्य शेयरहोल्डर्स में इंडस ट्रस्ट, अल्पाइन अपॉर्चुनिटी फंड, डीआईजी इन्वेस्टमेंट, इंटरनेट फंड 3 (टाइगर ग्लोबल), मैकरिची इन्वेस्टमेंट्स, मैट्रिक्स पार्टनर्स, सॉफ्टबैंक विजन फंड, अल्फा वेव वेंचर्स और टेकने प्राइवेट वेंचर्स शामिल हैं। ये सभी शोयरहोल्डर्स OFS के जरिये अपनी 47.89 फीसदी हिस्सेदारी बेचेंगे।
ओला इलेक्ट्रिक का वित्त वर्ष 23 में रेवेन्यू 510 फीसदी बढ़कर 2,782 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि यानी FY22 में 456 करोड़ रुपये था। मगर कंपनी का नेट घाटा भी बढ़कर वित्त वर्ष 2023 में करीब 1,472 करोड़ रुपये हो गया।