facebookmetapixel
अगस्त में खुदरा महंगाई मामूली बढ़कर 2.07 प्रतिशत हुई, ग्रामीण और शहरी इलाकों में कीमतों में हल्की बढ़ोतरी दर्जGST दरें घटने पर हर महीने कीमतों की रिपोर्ट लेगी सरकार, पता चलेगा कि ग्राहकों तक लाभ पहुंचा या नहींSEBI ने कहा: लिस्टेड कंपनियों को पारिवारिक करार का खुलासा करना होगा, यह पारदर्शिता के लिए जरूरीनई SME लिस्टिंग जारी, मगर कारोबारी गतिविधियां कम; BSE-NSE पर सौदों में गिरावटदुर्लभ खनिज मैग्नेट की कमी से जूझ रहा है भारतीय वाहन उद्योग, सरकार से अधिक सहयोग की मांगसरकारी बैंकों के बोर्ड को मिले ज्यादा अधिकार, RBI नियमन और सरकार की हिस्सेदारी कम हो: एक्सपर्ट्सGST Reforms का फायदा लूटने को तैयार ई-कॉमर्स कंपनियां, त्योहारों में बिक्री ₹1.20 लाख करोड़ तक पहुंचने का अनुमानFY26 में भारत का स्मार्टफोन निर्यात $35 अरब छूने की राह पर, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में तेजी: वैष्णवSEBI ने IPO और MPS नियमों में दी ढील, FPI रजिस्ट्रेशन के लिए सिंगल विंडो शुरू करने का ऐलानअधिक लागत वाली फर्मों को AI अपनाने से सबसे ज्यादा लाभ होगा

एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में भारत का भार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पंहुचा

इंडेक्स में चीन के साथ भारत का अंतर काफी कम हो गया है। जहां इंडेक्स में चीन का भार 25.4 प्रतिशत से घटकर 25 प्रतिशत पर आ गया है।

Last Updated- May 15, 2024 | 9:47 PM IST
MSCI Index August rejig

उभरते बाजार के शेयरों पर नजर रखने वाले एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स (MSCI Global Standard Index) में भारत का भार नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। इससे इक्विटी बाजारों में ज्यादा निवेश की संभावना मजबूत हो गई है।

इसके साथ ही इस इंडेक्स में चीन के साथ भारत का अंतर काफी कम हो गया है। जहां इंडेक्स में चीन का भार 25.4 प्रतिशत से घटकर 25 प्रतिशत पर आ गया है, वहीं भारत के लिए यह आंकड़ा 18.2 प्रतिशत से बढ़कर 19 प्रतिशत हो गया है। बुधवार घोषित ये बदलाव 31 मई से प्रभावी होंगे।

नुवामा अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटीटेटिव रिसर्च के प्रमुख अभिलाष पगारिया का कहना है कि मई की समीक्षा से भारत में करीब 2-2.5 अरब डॉलर निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

पगारिया का कहना है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों से लगातार निवेश और विदेशी निवेशकों की मजबूत भागीदारी का मतलब है कि भारत के लिए 2024 की दूसरी छमाही तक एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में 20 प्रतिशत से ज्यादा भार की संभावना है।

मई के बदलाव से, एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स में भारत के शेयरों की संख्या 149 पर पहुंच गई है, जो इस देश के लिए सर्वाधिक है।

विश्लेषकों का कहना है कि खासकर चीन के बाजार में कमजोरी के बीच उभरते बाजारों में भारत का बढ़ता दबदबा उसके इक्विटी, खासकर मिडकैप सेगमेंट के दमदार प्रदर्शन की वजह से है। एमएससीआई में मई के अंत तक ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स से 13 भारतीय कंपनियां जुड़ जाएंगी।

First Published - May 15, 2024 | 9:32 PM IST

संबंधित पोस्ट