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खाड़ी देशों से भारत में निवेश लाने के लिए अबू धाबी में इंडिया ETF का आगाज

चिमेरा एसऐंडपी इंडिया शरिया ईटीएफ के लिए आवेदन 17 जनवरी तक किए जा सकेंगे और 26 जनवरी को ईटीएफ को अबू धाबी सिक्योरिटीज एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराया जाएगा।

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समी मोडक   
Last Updated- January 12, 2024 | 10:56 PM IST

देसी शेयरों पर आधारित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) शुक्रवार को अबू धाबी सिक्योरिटीज एक्सचेंज में आवेदन के लिए खुला। इस फंड से दुनिया के पांचवें सबसे बड़े बाजार भारत में खाड़ी देशों से निवेश लाने में मदद मिलेगी जहां करीब 40 लाख प्रवासी भारतीय हैं।

चिमेरा एसऐंडपी इंडिया शरिया ईटीएफ के लिए आवेदन 17 जनवरी तक किए जा सकेंगे और 26 जनवरी को ईटीएफ को अबू धाबी सिक्योरिटीज एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराया जाएगा। फंड की पेशकश अबु धाबी की लूनेट कैपिटल ने की है। यह ईटीएफ एसऐंडपी शरिया लिक्विड 35/20 कैप्ड इंडेक्स के प्रदर्शन बताएगा।

इसमें 30 सबसे ज्यादा लिक्विड शरिया अनुपालन वाले भारतीय शेयर हैं, जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, Infosys और TCS शामिल हैं। इंडेक्स में सबसे ज्यादा 35.4 फीसदी भारांक आईटी क्षेत्र का है, जिसके बाद 25.2 फीसदी भारांक के साथ ऊर्जा क्षेत्र है।

मोटे तौर पर बैंकिंग, गैंबलिंग और अल्कोहल जैसे क्षेत्रों को शामिल नहीं किया जाता क्योंकि ये शरिया अनुपालन वाले नहीं होते। ईटीएफ का इरादा अर्धवार्षिक आधार पर लाभांश के वितरण का है। एसऐंडपी इंडिया शरिया लिक्विड 35/20 कैप्ड इंडेक्स पिछले एक साल में करीब 20 फीसदी उछला है।

First Published : January 12, 2024 | 10:56 PM IST