हरीश भसीन की एचबी स्टॉक होल्डिंग दिल्ली की शक्कर कंपनी डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज लिमिटेड (डीएसआईएल) के ओपन ऑफर के मार्फत से 336,000 शेयर ही खरीद सके हैं।
बीते साल नवंबर में उन्होंने 35,00,000 शेयर खरीदने के लिए यह ऑफर दिया था। हालांकि 19 नवंबर जब उन्होंने यह ऑफर दिया था तब से अभी तक वह 19,10,427 शेयर बाजार से खरीद चुके हैं।
इस प्रक्रिया में भसीन की कंपनी 26 करोड़ रुपये के निवेश से डीएसआईएल में अपनी हिस्सेदारी 12.87 फीसदी से बढ़ाकर 27.45 फीसदी कर चुकी है। जवाब में डीएसआईएल के प्रमोटर तिलक धर की अगुवाई में एक वारंट जारी कर अपनी हिस्सेदारी 32.54 फीसदी से बढ़ाकर 40.7 फीसदी कर चुके हैं।
अगर भसीन का ओपन ऑफर पूरी तरह सब्सक्राइब हुआ होता तो उनके पास डीएस-आईएल के प्रमोटरों से अधिक हिस्सेदारी होती। हालांकि इस हिस्सेदारी से भी एचबी स्टॉक होल्डिंग पूरी तरह से संतुष्ट है। कंपनी के एक अधिकारी के अनुसार उनका लक्ष्य 35,00,000 शेयर का था, लेकिन वे 22,46,427 शेयर ही खरीद सके। यह उपलब्धि भी कम नहीं है। डीएसआईएल अब उनकी सहमति के बिना कोई अध्यादेश पास नहीं कर सकता।
अभी उनकी बाजार से सीधे खरीददारी करने की योजना नहीं है। डीएस-आईएल के शेयर आज बंबई शेयर बाजार में बुधवार के कारोबारी दिवस के मुकाबले 3.65 फीसदी गिरकर 109.40 रुपये पर बंद हुए। ज्ञातव्य है कि एचबी ने डीएसआईएल के प्रमोटरों द्वारा वारंट जारी करने के खिलाफ कंपनी लॉ बोर्ड(सीएलबी) की शरण ली थी।
कंपनी का दावा है कि इससे अल्पमत शेयर धारकों के हितों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। यह प्रकरण अभी भी सीएलबी के पास है। उसने 22 जुलाई सुनवाई की अगली तिथि तय की है। हालांकि इस दौरान डीएसआईएल प्रमोटरों का वारंट इश्यू पूर्ण हो गया। डीएसआईएल की स्थापना 1990 में डीसीएम के तीन हिस्सों में हुए विभाजन के बाद हुई थी।