धनतेरस पर सोने और चांदी में खरीदारी की परंपरा अब भौतिक रूप तक सीमित नहीं रह गई है। कीमती धातुओं की खरीदारी का डिजिटल रूप भी लोकप्रिय हो रहा है। कई म्युचुअल फंडों ने मंगलवार को अपने गोल्ड और सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ईटीएफ) तथा फंड ऑफ फंड्स (एफओएफ) के लिए शानदार मांग देखी। प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) संबंधित खुलासों के अनुसार, संयुक्त शुद्ध प्रवाह 250 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ की कारोबारी मात्रा इस साल एनएसई पर पिछले धनतेरस की तुलना में 5 गुना रही। इस साल इन दोनों ईटीएफ की संयुक्त बिक्री 428 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले धनतेरस पर यह आंकड़ा 89 करोड़ रुपये था। निप्पॉन इंडिया एमएफ के गोल्ड एवं सिल्वर ईटीएफ की संयुक्त बिक्री 228 करोड़ रुपये रही।
गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ एवं एफओएफ की कीमतों में तेजी सोने पर उत्पाद शुल्क में कटौती और कराधान में बदलाव के बीच पिछले कुछ महीनों के दौरान इनमें दिलचस्पी बढ़ी है। सॉवरिन गोल्ड बॉन्डों (एसजीबी) के नए निर्गमों के अभाव से भी एमएफ द्वारा इन पेशकशों को बढ़ावा मिला। गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध प्रवाह 4,181 करोड़ रुपये की कुल निकासी के साथ पिछले तीन महीनों में 1,000 करोड़ रुपये से ऊपर बना रहा।