फ्यूचर समूह की कंपनियों के शेयर गुरुवार को चढ़ गए क्योंकि समूह की फर्म फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने बुधवार देर शाम ऐलान किया था कि संभावित तौर पर रकम जुटाने को लेकर उसके निदेशक मंडल की बैठक शनिवार को होगी। इस लेनदेन में रिलायंस इंडस्ट्र्ीज की तरफ से फ्यूचर एंटरप्राइजेज में रकम झोंकना और वैश्विक खुदरा दिग्गज एमेजॉन का प्रवर्तक इकाई फ्यूचर रिटेल लिमिटेड से बाहर निकलना शामिल हो सकता है।
फ्यूचर रिटेल का शेयर 11 फीसदी की उछाल के साथ 130 रुपये पर बंद हुआ। फ्यूचर एंटरप्राइजेज का शेयर 5 फीसदी चढ़ा क्योंकि निवेशकों ने इस पर दांव लगाया कि रिलायंस इंडस्ट्रीज संघर्ष कर रही फ्यूचर समूह की कंपनियों का अधिग्रहण करने जा रही है। योजना के मुताबिक, फ्यूचर समूह की तीन कंपनियों फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड, फ्यूचर सप्लाई चेन सॉल्युशंस लिमिटेड और फ्यूचर रिटेल लिमिटेड का फ्यूचर एंटरप्राइजेज में विलय होगा। जब विलय की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तब इस इकाई में रिलायंस इंडस्ट्रीज करीब 8,500 करोड़ रुपये निवेश करेगी।
सूचीबद्ध इकाइयों और बियाणी की प्राइवेट होल्डिंग कंपनियों में निवेश करने वाले भारतीय लेनदार इस लेनदेन में कटौती झेलेंगे क्योंकि फ्यूचर समूह की कंपनियों ने कर्ज भुगतान में चूक करनी शुरू कर दी है। सूत्रों ने कहा, लेनदारों को फ्यूचर समूह की रियल एस्टेट परिसंपत्तियों पर पहला अधिकार होगा।
आरआईएल की तरफ से फ्यूचर रिटेल में निवेश होना है, ऐसे में उद्योग की नजर वैश्विक रिटेल दिग्गज एमेजॉन पर है।