प्रमुख सूचकांक लगातार चार दिनों तक गिरावट के शिकार हुए। यदि टेक्निकल विश्लेषकों पर भरोसा किया जाए तो पता चलता है कि बाजार में गिरावट बढ़ सकती है। एचडीएफसी सिक्यो. में टेक्निकल शोध विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा, ‘मामूली उतार-चढ़ाव के साथ नकारात्मक धारणा बन गई थी। तकनीकी दृष्टि से, यह पैटर्न उतार-चढ़ाव के सीमित दायरे के बीच कमजोरी बरकरार रहने का संकेत देता है।’ निफ्टी-50 सूचकांक शुक्रवार को 14,982 पर बंद हुआ। शेट्टी का कहना है, ‘14,950 से नीचे पहुंचने पर सूचकांक और ज्यादा कमजोर होकर अल्पावधि में 14,700-14,500 के स्तरों पर आ सकता है। इसे अल्पावधि प्रतिरोध 15,115 पर मिल सकता है।’ समी मोडक
सोने में गिरावट से बढ़ सकता है ईटीएफ प्रवाह
सोने की कीमतों में गिरावट स्वर्ण ईटीएफ श्रेणी के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है, क्योंकि पिछले दो महीने में इस श्रेणी में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का पूंजी प्रवाह देखा जा चुका है। सोने की कीमतें शुक्रवार को वायदा बाजार में 46,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गई थीं और अमेरिकी बॉन्ड में आई तेजी, डॉलर में मजबूती और टीकाकरण अभियान के बीच ये आठ महीने के निचले स्तर पर पहुंच गईं। सोना अगस्त 2020 में दर्ज ऊंचे स्तरों से करीब 18 प्रतिशत गिर चुका है। ऐश्ली कुटिन्हो
एफपीआई निवेश 24,965 करोड़ रुपये
आम बजट से निवेशकों की धारणा मजबूत होने और विभिन्न संगठनों द्वारा देश की आर्थिक वृद्धि में तेजी के अनुमानों के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने फरवरी में भारतीय बाजारों में 24,965 करोड़ रुपये का निवेश किया। आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने इक्विटी में 24,204 करोड़ रुपये और ऋण खंड में 761 करोड़ रुपये निवेश किए। इस तरह फरवरी में कुल निवेश 24,965 करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले महीने में एफपीआई ने सकल आधार पर 14,649 करोड़ रुपये का निवेश किया था। ग्रो के सह-संस्थापक एवं सीओओ हर्ष जैन ने कहा, विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने आगामी वर्ष में भारत के लिए उच्च आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान व्यक्त किया है। भाषा
