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एफपीआई के ऐक्टिव स्टेटस ने अदाणी शेयरों में 50 करोड़ डॉलर की बिकवाली रोकी

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 3:37 AM IST

देसी शेयरों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के निवेश की निगरानी करने वाले नैशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी (एनएसडीएल) ने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि अदाणी के शेयरोंं में निवेश करने वाले अग्रणी निवेशकों के खाते ऐक्टिव हैं और इससे समूह के शेयरों में 50 करोड़ डॉलर की बिकवाली रोकने में मदद मिली है।
विश्लेषकोंं ने कहा कि एफपीआई के खातों पर रोक (जैसी कि मीडिया में खबरें आई हैं) से वैश्विक सूचककांक प्रदाता अदाणी समूह की चार कंपनियों का भारांक अपने वैश्विक सूचकांकों में घटाने को प्रोत्साहित होते।
स्वतंत्र रूप से शोध करने वाली स्मार्टकर्मा के विश्लेषक ब्रायन फ्रेएटस ने कहा, अगर एफपीआई के खातों पर वास्तव में रोक लगाई गई होती तो एफटीएसई व एमएससीआई अदाणी समूह की कंपनियों में भारांक घटा देते क्योंंकि इसका मतलब यह है कि सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध शेयरों का बड़ा हिस्सा ट्रेड के लिए नहीं है।
फ्रेएटस की तरफ से किए गए विश्लेषण से पता चलता है कि अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी टोटाल गैस, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी ग्रीन एनर्जी से संचयी तौर पर 50.5 करोड़ डॉलर की बिकवाली हुई है।
एनएसडीएल की वेबसाइट पर 31 मई को उपलबब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि अल्बुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड (सारे मॉरीशस के) के खाते की स्थिति रोक (फ्रीज) वाली है, जिनका अदाणी समूह की कंपनियों में संयुक्त रूप से 30,000 करोड़ रुपये निवेश है।
अदाणी समूह, एनएसडीएल और एफपीआई ने स्पष्ट किया है कि इन फंडों की मौजूदा स्थिति ऐक्टिव है और वे आसानी से प्रतिभूतियों की खरीद बिक्री कर सकते हैं। डिपॉजटरी की वेबसाइट पर दर्ज खातों की स्थिति पांच साल पुराने सेबी के आदेश से संबंधित है।
एनएसडीएल की सूचना का हवाला देते हुए स्टॉक एक्सचेंजों को अदाणी समूह ने बताया,  शेयरधारकों के डीमैट खाते की मौजूदा स्थिति डीपीएम (एसएचआर) सिस्टम में उपलब्ध है। इसका सत्यापन वहां से किया जा सकता है और उसके मुताबिक आपके ईमेल में दर्ज डीमैट खाते एनएसडीएल के सिस्टम में ऐक्टिव हैं। इसके अलावा सेबी के 16 जून, 2016 के आदेश के मुताबिक ये डीमैट खाते डेबिट के लिए निलंबित हैं।
16 जून का सेबी का आदेश ग्लोबल डिपॉजिटरी रिसीट्स में गड़बड़ी को लेकर है, जिसे भारतीय कंपनियों ने जारी किया था। बाजार के सूत्रोंं ने कहा कि सेबी ने डिपॉजिटरी रिसीट्स में लेनदेन को लेकर एफपीआई के खिलाफ पाबंदी का आदेश जारी किया था। लेकिन देसी बाजार में उन्हें सामान्य कामकाज की अनुमति थी।
एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड ने सोमवार के बयान में कहा था, फंड पर किसी तरह की रोक नहीं है और वह वैश्विक स्तर पर सामान्य परिचालन में है। सूत्रों ने कहा कि एमएससीआई अलग से एनएसडीएल को लिखकर इस मसले पर स्पष्टीकरण मांगेगा। एमएससीआई को इस संबंध में भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला। मई में एमएससीआई ने अदाणी टोटाल गैस, अदाणी एंटरप्राइजेज और अदाणी ट्रांसमिशन को अपने स्टैंडर्ड इंडेक्स में शामिल किया है। यह 27 मई से प्रभावी हुआ और इसकी वजह से एमएससीआई इंडेक्स ट्रैक करने वाले ईटीएफ से 90 करोड़ डॉलर से ज्यादा की खरीदारी हुई।

First Published : June 15, 2021 | 11:50 PM IST