फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज (Fedbank Financial Services IPO) ने 2023 के अंत तक आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से 1,400 करोड़ रुपये तक की राशि जुटाने की योजना बनाई है। कंपनी की प्रवर्तक इकाई फेडरल बैंक के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
दक्षिण भारत के बैंक की गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) ने पिछले सप्ताह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास नए सिरे से आईपीओ दस्तावेज जमा कराए हैं। पूर्व में भी कंपनी ने आईपीओ दस्तावेज जमा कराए थे, लेकिन वह आईपीओ नहीं ला पाई थी।
फेडरल बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक श्याम श्रीनिवासन ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘फेडफिना आईपीओ से 1,200 से 1,400 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है। हमारा इरादा चालू कैलेंडर साल में आईपीओ लाने का है।’’
अगले 90 से 100 दिन में आ सकता है आईपीओ
उन्होंने कहा कि एनबीएफसी इकाई के पास पर्याप्त पूंजी है। कंपनी 2024 की शुरुआत तक अपनी वृद्धि जरूरतों को पूरा कर सकती है। श्रीनिवासन ने कहा कि सेबी को आईपीओ दस्तावेजों पर विचार करने में कुछ समय लगेगा। आईपीओ अगले 90 से 100 दिन में आ सकता है।
खुदरा वित्त केंद्रित कंपनी का इरादा नए शेयर जारी कर 750 करोड़ रुपये जुटाने का है। वहीं फेडरल बैंक (1.64 करोड़ शेयर) और निजी इक्विटी कंपनी ट्रू नॉर्थ (5.38 करोड़ शेयर) बिक्री पेशकश (ओएफएस) के तहत शेयर बेचेंगी।
फिलहाल फेडरल बैंक की फेडफिना में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पूर्व में श्रीनिवासन ने कहा था कि एनबीएफसी को सूचीबद्ध कराने के बाद भी इसमें फेडरल बैंक की बहुलांश हिस्सेदारी रहेगी। भाषा अजय अजय पाण्डेय