घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने अगस्त में शेयर बाजारों में खरीदारी बढ़ाई और 48,347 करोड़ रुपये का निवेश किया। यह तीन महीने में सबसे अधिक है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश में नरमी के बीच डीआईआई के प्रवाह में उछाल आया। एफआईआई ने इस महीने करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जबकि इससे पिछले दो महीनों में उन्होंने 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया था।
2024 में एफआईआई का निवेश अब तक 43,878 करोड़ रुपये रहा है। इस दौरान डीआईआई ने 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा लगाए हैं। मजबूत निवेश से बाजार को महीने के दौरान नई ऊंचाइयों पर पहुंचने में मदद मिली। सेंसेक्स और निफ्टी-50 सूचकांक इस महीने 0.8 प्रतिशत और 1.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए हैं।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रमुख बाजार सूचकांक भी बढ़त के साथ बंद हुए, हालांकि लार्जकैप सूचकांकों की तुलना में उनमें कम तेजी आई।
डीआईआई प्रवाह लगातार 13 महीने से सकारात्मक बना हुआ है। पिछली बार वे जून 2023 में शुद्ध बिकवाल रहे थे। म्युचुअल फंडों ने डीआईआई के आंकड़ों में बड़ा योगदान दिया। अगस्त में उनका निवेश 35,622 करोड़ रुपये रहा।
म्युचुअल फंड इक्विटी बाजार के लिए मुख्य सहारे के तौर पर उभरे हैं क्योंकि निवेशकों ने एसआईपी विकल्प के जरिये इन योजनाओं में ज्यादा पैसा लगाया है। जुलाई में सकल एसआईपी प्रवाह 23,332 करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गया था। अगस्त में फंडों की इक्विटी खरीदारी में आई तेजी से संकेत मिलता है कि इस महीने फंड योजनाओं में निवेश बढ़ा हो सकता है।