रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के ऐलान के बाद शुक्रवार को शेयर बाजार में रक्षा कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी आई। रक्षा मंत्री ने गुरुवार को यह घोषणा की थी कि भारत अगले पांच सालों में रक्षा क्षेत्र के निर्यात को 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा तक बढ़ाना चाहता है। इस खबर से शेयर बाजार में धमाका हुआ और रक्षा कंपनियों के शेयरों में 17.6 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इस घोषणा ने दलाल स्ट्रीट पर लिस्टेड रक्षा शेयरों की रफ्तार को बढ़ा दिया। Paras Defence और Space Technologies के शेयर अपने 52 हफ्तों के उच्च स्तर पर पहुंच गए, जो बीएसई पर इंट्राडे सौदों में 17.6 प्रतिशत बढ़कर 1,130 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गए। कंपनी वर्तमान में 109.91 गुना PE रेशियो पर कारोबार कर रही है।
पिछली तिमाही के 58.6 करोड़ रुपये के मुकाबले कंपनी ने चौथी तिमाही वित्त वर्ष 24 (Q4FY24) में अपने समेकित शुद्ध लाभ में 63.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो 96 करोड़ रुपये रही। इसके अलावा, समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी की परिचालन से होने वाली आय में तिमाही दर तिमाही (QoQ) आधार पर 24.17 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि हुई, जो 79.69 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
पारस डिफेंस और स्पेस टेक्नोलॉजी रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों को उच्च-परिशुद्धता (high-precision) वाले उत्पाद और व्यापक समाधान देने में माहिर है। कंपनी मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों में काम करती है: रक्षा और अंतरिक्ष के लिए प्रकाशिकी (optics) उपकरण, रक्षा इलेक्ट्रॉनिक्स समाधान और भारी इंजीनियरिंग। 31 मार्च तक, भारत सरकार की इस कंपनी में 58.94 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
इसके अलावा, इंट्राडे कारोबार में भारत डायनेमिक्स, HAL और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में भी क्रमशः 3.5 प्रतिशत बढ़कर 1,543 रुपये प्रति शेयर, 2.4 प्रतिशत बढ़कर 5,227 रुपये प्रति शेयर और 2.6 प्रतिशत बढ़कर 308 रुपये प्रति शेयर हो गए।
इसके अलावा, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और कोचीन शिपयार्ड के शेयर भी क्रमशः 4.3 प्रतिशत बढ़कर 3535 रुपये प्रति शेयर और 1.5 प्रतिशत बढ़कर 2037 रुपये प्रति शेयर हो गए। Mordor Intelligence के अनुसार, भारत के रक्षा बाजार का आकार 2024 में 17.40 बिलियन अमेरिकी डॉलर आंका गया है, और 2029 तक 23.05 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो 2024-2029 की अवधि के दौरान 5.79 प्रतिशत की CAGR से बढ़ रहा है।