facebookmetapixel
H1B visa fee: ‘स्टेटस’ बदलवाने पर नहीं लगेगा शुल्कसाने ताकाइची जापान की पहली महिला पीएम, शिगेरु इशिबा का स्थान लियासंवत 2081 में व्यापार पर टकराव से रुपये पर आया दबाव, 4.36% तक टूटासंवत 2082 में दर कटौती और व्यापार वार्ता से तय होगी रुपये व बॉन्ड की चालसरकार के उपायों से बल, बैंकों के ऋण वितरण में दूसरी छमाही में दिखेगी रफ्तारदीवाली पर बिक्री 5.40 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर, स्वदेशी वस्तुओं की मांग ज्यादामुहूर्त ट्रेडिंग में सेंसेक्स व निफ्टी लगातार 8वें साल लाभ में रहे, आगे भी तेजी के आसारकारोबार में अस्थायी रुकावट का अर्थ कारोबारी गतिवि​धि बंद होना नहीं: सुप्रीम कोर्टएचसीएलटेक बनी सबसे तेजी से बढ़ने वाली आईटी सेवा कंपनी, दूसरी तिमाही में 4.6% वृद्धि दर्ज कीस्काई एयर को ड्रोन के जरिये 3 लाख ऑर्डर डिलिवरी की उम्मीद

रिकॉर्ड सौदे, अधिग्रहण और शेयर विभाजन पर चढ़े कोफोर्ज के शेयर

इस साल कंपनी के शेयरों में 19.2 फीसदी की गिरावट आई है।1.56 बिलियन डॉलर का यह सौदा कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा सौदा है।

Last Updated- March 05, 2025 | 11:27 PM IST
BSE

बुधवार को बीएसई पर इंट्राडे ट्रेडिंग में कोफोर्ज के शेयरों में 11.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इसे अमेरिकी ट्रैवल और टेक्नोलजी कंपनी साब्रे के साथ रिकॉर्ड 1.56 अरब डॉलर के सौदे से मदद मिली। मझोली आईटी सेवा कंपनी के शेयर में इंट्राडे में यह सबसे अधिक बढ़ोतरी में से एक है और उस दिन यह बढ़त हुई है जब बीएसई के आईटी सूचकांक में भी 2 फीसदी का इजाफा हुआ।

कोफोर्ज के शेयर सुबह 7,474 रुपये पर खुले और 8,007.35 रुपये के उच्चतम स्तर को छूने के बाद 8.4 फीसदी की बढ़त के साथ 7,811 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुए। हालांकि, इस साल कंपनी के शेयरों में 19.2 फीसदी की गिरावट आई है।

1.56 बिलियन डॉलर का यह सौदा कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा सौदा है। एवरेस्ट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी पीटर बेंडोर सैमुअल ने कहा, कोफोर्ज का साब्रे के साथ पुराना रिश्ता है और यह पहले से ही उसके सबसे बड़े सेवा प्रदाताओं में से एक है। इसलिए यह उनके रिश्ते में निरंतरता है। 13 साल वाले इस सौदे से अगले वित्त वर्ष से सालाना 12 करोड़ डॉलर की आय होने की उम्मीद है और इससे ट्रैवल कारोबार में कंपनी की स्थिति मजबूत होगी।

इस सौदे के साथ ही कोफोर्ज ने दो अधिग्रहणों की भी घोषणा की है। वह 3 करोड़ डॉलर में यूएस क्लाउड इंजीनियरिंग कंपनी रिदम्स और लगभग 1.3 करोड़ डॉलर में ऑस्ट्रेलियाई कंपनी टीएम लैब्स प्राइवेट को खरीदेगी। कंपनी ने शेयर विभाजन को भी मंजूरी दी है जो उसके इतिहास में पहली बार है। इसके तहत 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों को 2 रुपये वाले पांच शेयरों में विभाजित किया जाएगा।

First Published - March 5, 2025 | 11:02 PM IST

संबंधित पोस्ट