बैटरी बनाने वाली कंपनी Amara Raja Energy & Mobility पर बाज़ार के जानकारों का भरोसा बना हुआ है। उनका मानना है कि कंपनी का पारंपरिक लीड-एसिड बैटरी (LAB) कारोबार मज़बूत है, आने वाले समय में मुनाफ़ा बढ़ेगा और लिथियम सेल बिजनेस से भी बड़ा फायदा मिलेगा। इसी आधार पर ब्रोकरेज हाउस नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने इस शेयर पर खरीदें (Buy) की रेटिंग दी है और इसका टारगेट प्राइस ₹1,120 तय किया है।
कंपनी मैनेजमेंट ने बताया कि साल 2026 में रिप्लेसमेंट बैटरियों की मांग बढ़ेगी। चार पहिया गाड़ियों के लिए मांग 6-7 प्रतिशत और दोपहिया गाड़ियों के लिए 10-11 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। साथ ही, कंपनी का मुनाफा भी लगातार बढ़ने का अनुमान है। अभी जहां परिचालन मार्जिन करीब 11.5 प्रतिशत है, वहीं साल 2027 तक यह 14 प्रतिशत तक पहुंच सकता है।
इस सुधार की वजह है – कंपनी का नया रीसाइक्लिंग प्लांट, बिजली की लागत में कमी और ट्यूब्युलर प्लांट का दोबारा शुरू होना। हालांकि, फिलहाल ऊंचे एंटीमोनी दाम और रुपए की कमजोरी से थोड़ी दिक्कत बनी रह सकती है।
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इलेक्ट्रिक गाड़ियों के बढ़ते इस्तेमाल के बावजूद कंपनी को भरोसा है कि आने वाले 15 से 20 साल तक लीड-एसिड बैटरियों की मांग कम नहीं होगी। फिलहाल भारत का LAB बाजार 4.6 अरब डॉलर का है और 2030 तक इसके 5.8 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। अमारा राजा का लक्ष्य है कि वह इस बाजार से तेजी से बढ़े और अपनी हिस्सेदारी और मजबूत बनाए।
अभी कंपनी का चार पहिया वाहन निर्माताओं में लगभग 36 प्रतिशत और दोपहिया में 27-28 प्रतिशत बाजार हिस्सा है। आफ्टरमार्केट यानी रिप्लेसमेंट बैटरी के क्षेत्र में भी इसकी हिस्सेदारी 35 प्रतिशत से अधिक है।
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Amara Raja Energy & Mobility लिथियम बैटरी के क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रही है। हालांकि, इसका पहला बड़ा प्लांट अब साल 2026 के बजाय 2027 के दूसरे हिस्से में शुरू होगा। शुरू में यह प्लांट 1 GWh की क्षमता से काम करेगा जिसे आगे 2 GWh तक बढ़ाया जाएगा। कंपनी का मानना है कि 2 GWh क्षमता पर खर्च निकल जाएगा और 4 GWh पर असली मुनाफ़ा मिलने लगेगा।
इस कारोबार पर कंपनी जोरदार निवेश कर रही है। वित्त वर्ष 2026 में लगभग ₹1,200 करोड़ खर्च होंगे, जिसमें ₹800 करोड़ लिथियम प्रोजेक्ट और ₹400 करोड़ पारंपरिक LAB बिज़नेस पर लगाए जाएंगे। 2027 तक नए ऊर्जा कारोबार में कुल ₹2,500 करोड़ लगाने की योजना है।