आदित्य बिड़ला फैशन ऐंड रिटेल (एबीएफआरएल) ने सोमवार को अपने 995 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू की घोषणा की। यह निर्गम 8 जुलाई को खुलेगा और 22 जुलाई को बंद होगा। राइट्स इश्यू के लिए एक्स-डेट 1 जुलाई तय की गई है। रिकॉर्ड तारीख को मौजूदा शेयरधारक प्रत्येक 77 शेयरों के लिए 9 शेयर हासिल करने के पात्र होंगे। राइट्स इश्यू में 9.05 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे।
इस राइट्स इश्यू को हाल में संपन्न रिलायंस इंडस्ट्रीज की पेशकश की तरह ही पेश किया गया है, जिसमें शेयरधारकों को तीन बार में भुगतान करने की जरूरत होगी। शुरू में, शेयरधारकों को निर्गम कीमत का 50 फीसदी चुकाना होगा- 5 रुपये की फेस वैल्यू के आंशिक चुकता शेयर के लिए 55 रुपये। भुगतान की दूसरी और तीसरी किस्त में जनवरी 2021 और जुलाई 2021 में 27.5 रुपये (25 फीसदी) चुकाने होंगे।
मौजूदा समय में, एबीएफआरएल में प्रवर्तक शेयरधारिता 59.07 फीसदी है। प्रवर्तकों के लिए शुरुआती खर्च लगभग 294 करोड़ रुपये होगा। प्रवर्तकों का कहना है कि उनकी गैर-प्रवर्तकों को शेयर छोडऩे की योजना नहीं है। इसके विपरीत उन्होंने यह सोचकर अतिरिक्त शेयर खरीदने की योजना बनाई है कि निर्गम कम से कम 90 फीसदी आवेदन मिलेगा।
आरबीआई करेगा 10,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड की खरीद-बिक्री
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गुरुवार को ओपन मार्केट ऑपरेशन (ओएमओ) के तहत 10,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड की खरीद-बिक्री करेगा। केंद्रीय बैंक इसके तहत 15 अक्टूबर 2020 और 29 अप्रैल 2021 के बीच परिपक्व हो रहे बॉन्डों की बिक्री करेगा जबकि मई 2027 और 5 दिसंबर, 2033 के बीच परिपक्व होने वाले बॉन्ड की खरीद करेगा। केंद्रीय बैंक ने एक बयान में यह जानकारी दी। आरबीआई ने कहा कि बैंकों में नकदी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। हालांकि ऐसे बॉन्डों की खरीद और बिक्री लंबी अवधि के बॉन्ड प्रतिफल को नरम करने का तरीका है, जिससे सरकार को सस्ती उधारी में मदद मिलती है। इसके अलावा यह केंद्रीय बैंक को अपनी नकदी परिचालन को सहारा देने के लिए लंबी अवधि के पर्याप्त बॉन्ड उपलब्ध करा देता है। आरबीआई को बैंकों को बॉन्ड की पेशकश उनकी सरप्लस नकदी को ध्यान में रखकर करना होता है और उसके लिए जरूरी है कि उसके पास पर्याप्त बॉन्ड हों। बीएस