देश में कोविड टीकाकरण अभियान के पहले चार दिन में 6,30,000 से अधिक लोगों को टीके लगे हैं। इतनी तेजी से विश्व के अन्य किसी भी देश में टीके नहीं लगे हैं। इस बीच सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों से कहा कि वे अपनी हिचक त्यागकर टीके लगवाने के लिए आगे आएं ताकि कोविड से सुरक्षित स्वास्थ्य प्रणाली बनाई जा सके और टीके से पैदा हर्ड इम्यूनिटी हासिल की जा सके।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा, ‘पूरी दुनिया टीके के लिए तरस रही है। अगर हम अभी भी मना करते हैं तो यह दुखद है…मैं उनसे (स्वास्थ्य कर्मियों) से आग्रह करता हूं कि कृपया टीके का प्रचार करें। हमें गैर-कोविड सेवाएं शुरू करनी हैं। जिन लोगों को टीके लगवाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, उन्हें इससे इनकार नहीं करना चाहिए।’
पॉल ने खुद भारत बायोटेक का कोवैक्सीन टीका लगवाया है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिया कि टीके सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि भारत को आखिरकार कोविड से राहत मिली है और यह ज्यादा से ज्यादा लोगों के टीकाकरण का समय है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अब तक कुल टीकाकरण में प्रतिकूल असर के मामले महज 0.18 फीसदी हैं और केवल 0.002 फीसदी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा, ‘टीके लगने के बाद प्रतिकूल असर को लेकर चिंताएं बेबुनियाद और नगण्य हैं। ये दो टीके सुरक्षित हैं। इनके उचित स्तर से अधिक प्रतिकूल प्रभाव नहीं दिखे हैं।’ स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को 3,800 सत्रों में 1,77,368 लाभार्थियों को टीके लगे। टीके लगने के बाद प्रतिकूल प्रभाव के कुल नौ मामलों में लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सरकार ने उन राज्यों से टीकाकरण सत्रों की संख्या बढ़ाने की खातिर कदम उठाने के लिए आग्रह कर रही है, जिनमें लक्ष्य के मुकाबले 40 फीसदी से कम टीके लगे हैं। इन राज्यों में पंजाब, पुदुच्चेरी और तमिलनाडु शामिल हैं। गोवा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश उन राज्यों में शामिल हैं, जहां सप्ताह में केवल दो दिन कोविड टीकाकरण सत्रों का आयोजन हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय उन्हें टीकाकरण के दिनों में बढ़ोतरी करने की सलाह दे रही है। भूषण ने कहा, ‘हमने अभी-अभी शुरुआत की है और हम आगे रफ्तार तेज करेंगे।’
छह देशों को कोविड टीके की आपूर्ति की घोषणा
सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि बुधवार से अनुदान सहायता के तहत भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को कोविड-19 टीकों की आपूर्ति की जाएगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत आगामी सप्ताह और महीनों में साझेदार देशों को कोविड-19 टीके की आपूर्ति करेगा। यह आपूर्ति घरेलू जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। इसने कहा कि भारत टीकों की आपूर्ति के लिए श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरिशस की आवश्यक नियामकीय मंजूरियों की पुष्टि का इंतजार कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत को पड़ोसी और अहम साझेदार देशों से भारत से बने टीकों की आपूर्ति के लिए विभिन्न आग्रह मिले हैं। इसने कहा, ‘इन आग्रहों के जवाब और कोविड महामारी से लडऩे में मानवता की मदद के लिए भारत की टीका उत्पादन एवं डिलिवरी क्षमता का इस्तेमाल करने की देश की घोषित प्रतिबद्धता को बनाए रखते हुए अनुदान सहायता के तहत भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को 20 जनवरी से आपूर्ति शुरू की जाएगी।’
इसने कहा, ‘श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरिशस के संबंध में हम उनकी आवश्यक नियामकीय स्वीकृतियों की पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं।’ एजेंंसियां