facebookmetapixel
AI आधारित कमाई और विदेशी निवेश पर जोर, ASK ने बाजार आउटलुक में दी दिशाSEBI ने छोटे मूल्य में जीरो-कूपन बॉन्ड जारी करने की दी अनुमति, ₹1000 से कम में खरीद सकते हैं निवेशकसोने-चांदी की तेजी से पैसिव फंडों की हिस्सेदारी बढ़ी, AUM 17.4% पर पहुंचाSEBI की नई फीस नीति से एएमसी शेयरों में जबरदस्त तेजी, HDFC AMC का शेयर 7% तक चढ़ाक्या सच में AI से जाएंगी नौकरियां? सरकार का दावा: जितनी नौकरी जाएगी, उससे ज्यादा आएगीइच्छामृत्यु याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सख्त: 13 जनवरी को अभिभावकों से बातचीत करेगा न्यायालयमनरेगा की विदाई, ‘वीबी जी राम जी’ की एंट्री: लोकसभा में नया ग्रामीण रोजगार कानून पासप्रदूषण बढ़ने के बाद दिल्ली में बिना PSU ईंधन पर रोक, पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें और सख्त जांच शुरूभारत-ओमान के बीच समुद्री सहयोग मजबूत, सुरक्षा और व्यापार को लेकर साझा विजन पर सहमतिभारत-ओमान CEPA पर हस्ताक्षर: खाड़ी में भारत की रणनीतिक पकड़ और व्यापार को नई रफ्तार

राजनीति में सोशल मीडिया के दखल पर विराम लगे

Last Updated- December 11, 2022 | 8:43 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने देश की चुनावी राजनीति में सोशल मीडिया कंपनियों के ‘सुनियोजित प्रभाव एवं दखल’ तथा सोशल मीडिया मंचों के जरिये नफरत के प्रसार को लोकतंत्र के लिए खतरा करार देते हुए बुधवार को कहा कि सरकार को इस पर विराम लगाना चाहिए। उन्होंने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाया और कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि ‘सत्तापक्ष की मिलीभगत के साथ सोशल मीडिया कंपनियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।’ सोनिया गांधी ने कहा, ‘हमारे लोकतंत्र को हैक करने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने का खतरा बढ़ रहा है। फेसबुक और ट्विटर जैसी वैश्विक कंपनियों का इस्तेमाल नेताओं, राजनीतिक दलों और उनके प्रतिनिधियों द्वारा राजनीतिक विमर्श बनाने में किया जाता है।’ उनके मुताबिक, यह बात बार-बार लोगों के संज्ञान में सामने आई है कि वैश्विक सोशल मीडिया कंपनियां सभी राजनीतिक दलों को मुकाबले का समान अवसर प्रदान नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ ने खबर दी कि कैसे नफरत भरे भाषण से फेसबुक के खुद के नियमों का हनन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं के पक्ष में किया जा रहा है।
राहुल का फेसबुक पर निशाना
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि सोशल मीडिया मंच फेसबुक ‘लोकतंत्र के लिए बहुत खराब’ है। उन्होंने कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूहों की खबरें ट्विटर पर साझा करते हुए फेसबुक पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने फेसबुक का स्वामित्व रखने वाली कंपनी ‘मेटा’ के नाम का हवाला देते हुए कहा, ‘लोकतंत्र के लिए ‘मेटा-वर्स’ (बहुत खराब) है।’ इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फेसबुक और कुछ अन्य सोशल मीडिया कंपनियों की भारत की चुनावी राजनीति में ‘दखल’ का विषय लोकसभा में उठाया और सरकार से आग्रह किया कि इस पर विराम लगाया जाए।    

First Published - March 16, 2022 | 11:09 PM IST

संबंधित पोस्ट