आर्थिक सुधार के संकेत के तौर पर भारतीय रेलवे ने चालू वित्त वर्ष में पहली बार सोमवार को उच्च माल लदान दर्ज किया। इसने 27 जुलाई को 31.3 लाख टन माल का रखरखाव किया जो कि गत वित्त वर्ष के समान दिवस के 31.2 लाख टन से 0.3 फीसदी अधिक है। मालवहन खंड में यह मौजूदा उछाल महामारी के कारण पिछले पांच महीने से इस खंड में छाई सुस्ती के बाद आई है। दूसरी ओर चालू वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 27 जुलाई तक इसके लिए माल ट्रैफिक 32.269 करोड़ टन रहा जो पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 18 फीसदी कम है।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने आज मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह आर्थिक सुधार का संकेत है। हमने इस मुकाम को हासिल करने के लिए इस संकट के समय में कई कदम उठाए हैं। इसमें इस दौरान अटके पड़े 200 बुनियादी ढांचा के कामों को पूरा किया जाना शामिल है। इसके अलावा मालगाड़ी की औसत गति इस महीने 45 किलोमीटर प्रति घंटे हो गई जो लॉकडाउन से पूर्व 23 किलोमीटर प्रति घंटे थी।’
उन्होंने कहा कि रेलवे का लक्ष्य इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी अधिक लदान का है।