नवनियुक्त संचार और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बात पर जोर दिया है कि आईटी उद्योग को उत्पादोन्मुखी उद्योग के तौर पर विकसित करने की जरूरत है।
दिल्ली में एक कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि आईटी उद्योग को ज्यादा उत्पाद विकसित करने के लिए काफी लंबा सफर तय करना है और उसे अपनी पिछली स्थिति को भूल जाना होगा।
उन्होने कहा कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा और आने वाले समय में वह राजा होगा। जब उनसे दूरसंचार क्षेत्र में बढ़ती हुई कंपनियों की संख्या के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा कि उनका उत्तरदायित्व लोगों को सस्ती सेवा प्रदान करना है और वे बढ़ती कंपनियों की संख्या को लेकर चिंतित नहीं हैं।
उन्होने मंत्रालय के द्वारा अर्द्धचालक फ्रैब्रिकेशन और नैनो व माइक्रो तकनीक विकसित करने के लिए दिए जा रहे पैकेजों की बात की। उन्होंने कहा कि भारत में फैब्रिकेशन की स्थापना की दिशा में किसी प्रकार की रुकावट का कोई कारण नहीं है।
उन्होने कन्वर्जेन्स के मुद्दे पर काफी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आम आदमी को केवल उत्पाद ही नही बल्कि बेहतर सेवा भी मुहैया की जारी चाहिए। इस संदर्भ में हम दूरसंचार और आईटी के विलयन के मुद्दे पर सोचा जा रहा है। उन्होने डाक विभाग में भी क्रांतिकारी परिवर्तन किए जाने की वकालत की।