कोरोना की दूसरी लहर से देश भर में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार संक्रमण की रोजाना दर पिछले 12 दिनों में दोगुनी होकर 16.69 फीसदी हो गई है। इस बीच देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के इलाज के लिए जरूरी दवाएं और ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही है। ऐसे में भारतीय रेलवे ने देश भर में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए विशेष रेल चलाने का निर्णय किया है।
एक अधिकारी ने कहा कि रेलवे अगले कुछ दिनों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाएगी जो देश भर में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की ढुलाई करेगा। रेलवे के खाली टैंकर मुंबई के समपी कलंबोली और बोइसर रेलवे स्टेशन से सोमवार को चलेगी और उनमें विशाखापत्तनम, जमशेदपुर, राउरकेला तथा बोकारो में तरल चिकित्सा ऑक्सीजन भरा जाएगा।
अधिकारी ने कहा कि मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे मंत्रालय से संपर्क कर तरल चिकित्सा ऑक्सीजन टैंकर चलाने का आग्रह किया था। राज्य सरकारों के आग्रह को देखते हुए रेलवे ने तत्परता दिखाते हुए इस सेवा को शुरू करने का निर्णय किया।
उन्होंने कहा, ‘पहले खाली टैंकरों को 19 अप्रैल को लाया जाएगा और अगले कुछ दिनों में ऑक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन शुरू हो जाएगा। जहां कहीं भी ऑक्सीजन की जरूरत होगी हम उसकी आपूर्ति करने में सक्षम होंगे। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के निर्बाध संचालन के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।’
संक्रमितों के लिए उत्तर रेलवे ने दिल्ली के शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 50 पृथक-वास कोच तैयार किए हैं जिनमें से प्रत्येक में दो ऑक्सीजन सिलेंडर लगे हुए हैं। इसी तरह के 25 कोच सोमवार तक आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध होंगे। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने आज इसकी जानकारी दी। दिल्ली सरकार ने रेलवे से आग्रह किया था कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पांच हजार बिस्तर की व्यवस्था करे। गंगल ने कहा कि हमने अपने पूरे नेटवर्क में इस तरह के 463 कोच तैयार रखे हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर भी खरीदे गए हैं और हर कोच में दो ऑक्सीजन सिलेंडर होंगे। अगर ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत होगी तो राज्य सरकार को इसकी व्यवस्था करनी होगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हालात हर पल बदतर हो रहे हैं और खाली आईसीयू बेड की संख्या सौ से भी कम बची है। दिल्ली में कोविड-19 के 25,500 से अधिक नए मामले सामने आए हैं और बीते 24 घंटों में यहां संक्रमित होने की दर बढ़कर करीब 30 फीसदी हो गई है। उन्होंने बेड और ऑक्सीजन की तेजी से बढ़ती आवश्यकता के बारे में उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है। इसके साथ ही हरिद्वार के कुंभ मेले में जाने वाले या जाने की योजना बना रहे दिल्ली के निवासियों को वहां से लौटने पर 14 दिन तक घर पर अनिवार्य पृथक-वास में रहने का निर्देश दिया गया है।