अर्थव्यवस्था > BS Infrastructure Summit: देश का पहला बिज़नेस स्टैंडर्ड इंफ्रा समिट शुरू, तीन प्रमुख मंत्री समेत बड़े दिग्गज होंगे शामिल
BS Infrastructure Summit: देश का पहला बिज़नेस स्टैंडर्ड इंफ्रा समिट शुरू, तीन प्रमुख मंत्री समेत बड़े दिग्गज होंगे शामिल
समिट की थीम है: “इंडिया बिल्ड्स: फॉर ग्रोथ एंड ग्रीन”, जिसमें नीतिनिर्माता, कॉर्पोरेट लीडर, वैश्विक विशेषज्ञ एक मंच पर भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर रोडमैप पर चर्चा करेंगे।
केंद्र सरकार के तीन प्रमुख मंत्री, जो देश के बुनियादी ढांचे (इन्फ्रास्ट्रक्चर) से संबंधित मंत्रालयों का प्रतिनिधित्व करते हैं, इस वर्ष के ‘बिज़नेस स्टैंडर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर समिट‘ का संयुक्त रूप से गुरुवार को दिल्ली में उद्घाटन करेंगे। यह समिट देश के सबसे सम्मानित इंफ्रास्ट्रक्चर मंचों में से एक है। यह गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हो गया है।
नितिन गडकरी, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री
प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री
सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री
इस वर्ष समिट की थीम है: “इंडिया बिल्ड्स: फॉर ग्रोथ एंड ग्रीन”, जिसका उद्देश्य नीतिनिर्माताओं, उद्योग के नेताओं, वित्तीय विशेषज्ञों और वैश्विक विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर रोडमैप पर चर्चा करना है — ताकि एक सतत और विकसित भारत का निर्माण किया जा सके।यह प्रमुख आयोजन ताज महल होटल, नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है, जहां भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर के संपूर्ण दृष्टिकोण को कवर करने के लिए एक सुव्यवस्थित एजेंडा तैयार किया गया है।
समिट में छह प्रमुख सत्र होंगे, जिनमें निम्नलिखित विषयों पर चर्चा की जाएगी:
विकसित भारत के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग
भारत का समुद्री भविष्य: नई दिशाओं की ओर
ग्रीन एनर्जी आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर
भारत को वैश्विक हवाईअड्डा हब बनाना
नवीकरणीय ऊर्जा में बाधाएं और समाधान
जीवाश्म ईंधन (फॉसिल फ्यूल) का भविष्य
समिट का एक प्रमुख आकर्षण होंगे तीन विशेष मंत्री सत्र:
प्रह्लाद जोशी और सर्बानंद सोनोवाल समिट में विशेष संबोधन देंगे।
नितिन गडकरी समापन सत्र में एक फायरसाइड बातचीत में भाग लेंगे, जिसमें वह भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर नीति, विज़न और नियामकीय परिदृश्य पर अपने विचार साझा करेंगे।
इस समिट में इंफ्रास्ट्रक्चर उद्योग की कई प्रमुख हस्तियां भी भाग लेंगी, जिनमें शामिल हैं:
यह समिट सरकार, उद्योग और विशेषज्ञों के बीच संवाद का एक बड़ा मंच प्रदान करेगी, विशेषकर ऐसे समय में जब भारत में बुनियादी ढांचा विकास देश की आर्थिक प्रगति की रीढ़ बनने जा रहा है।