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कोविड लहर 100 दिन तक!

Last Updated- December 12, 2022 | 6:37 AM IST

भारत में कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर 15 फरवरी से ही देखी जा रही है और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक शोध रिपोर्ट में कहा गया है कि संक्रमण की दूसरी लहर का दौर अधिकतम 100 दिन तक बना रह सकता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमण के मामले में बढ़ोतरी की वजह से कारोबारी गतिविधि सूचकांक में गिरावट देखी जा रही है लेकिन इसमें लॉकडाउन के खिलाफ  चेतावनी जारी की गई है।
कोविड-19 संक्रमण में बढ़ोतरी के साथ ही उच्च आवृत्ति वाले संकेतकों पर आधारित कारोबारी गतिविधि सूचकांक में गिरावट दिख रही है और इसकी ताजा वैल्यू 101.7 है जो एक महीने में सबसे कम है। वहीं एसबीआई के ‘सेकंड वेव ऑफ  इन्फेक्शंस: दि बिगिनिंग ऑफ  दि एंड’ शोध रिपोर्ट के मुताबिक गूगल मोबिलिटी इंडेक्स ने भी राज्यों की संख्या में गिरावट दर्शाया है। कारोबारी गतिविधियों वाला सूचकांक पिछले हफ्ते 104.6 के स्तर पर था।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘विशेष रूप से अकेले महाराष्ट्र में ही रोजाना सबसे ज्यादा संक्रमण के मामले देखे जा रहे हैं। संक्रमण की पहली लहर के दौरान रोजाना के नए मामलों के मौजूदा स्तर से लेकर शीर्ष स्तर पर तक पहुंचने के दिनों की संख्या के लिहाज से देखें तो भारत अप्रैल की दूसरी छमाही में शीर्ष पर पहुंच सकता है।’
देश में चल रहे टीकाकरण अभियान की तारीफ  करते हुए इस रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में प्रत्येक 100 लोगों पर टीका लगवाने वालों की दर अधिक है। इससे देश को दूसरी लहर पर बेहतर तरीके से नियंत्रण बनाने में मदद मिल सकती है। इसमें कहा गया है, ‘टीका लगने और संक्रमण का अनुपात यह दर्शाता है कि भारत का प्रदर्शन सभी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बेहतर है।’ एसबीआई समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष द्वारा लिखी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी तरह का लॉकडाउन या प्रतिबंध हालात में मददगार साबित नहीं होंगे क्योंकि संक्रमण के मामले और मृत्यु दर दोनों ही लॉकडाउन या लगाए गए प्रतिबंधों से अप्रभावित नजर आते हैं। भारत में 21 जुलाई तक 45 वर्ष से अधिक आयु की पूरी आबादी को रोजाना लगातार 45 लाख टीका लगा सकता है और 21 महीनों में पूरी आबादी को टीका लगाया जा सकता है। फिलहाल भारत टीकाकरण की उच्च दर रोजाना 34 लाख टीका है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा ने रफ्तार पकड़ी है और सामान्य रूप से हवाई यात्रा धीरे-धीरे उस स्तर की ओर बढ़ गई है जो 2020 में कोविड-19 के शुरुआती चरण में था।

First Published - March 26, 2021 | 12:35 AM IST

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