सोमवार, 10 नवंबर, 2025 को नई दिल्ली में लाल किले के पास खड़ी एक कार में हुए विस्फोट के बाद मौके पर मौजूद दमकलकर्मी | फोटो: PTI
लाल किला विस्फोट स्थल से एकत्र किए गए नमूनों के डीएनए परीक्षण से पुष्टि हुई है कि डॉ. उमर नबी ही विस्फोट हुई कार को चला रहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उमर और उसकी मां के डीएनए नमूने के विश्लेषण से इसकी पुष्टि हुई है। उमर एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। वह जम्मू कश्मीर में पुलवामा के कोइल गांव का रहने वाला था।
इस बीच, कई एजेंसियां कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश से तार जोड़कर दक्षिण कश्मीर के तीन डॉक्टरों के इर्द-गिर्द केंद्रित आतंकी साजिश का पता लगाने में जुटी हैं। इस सिलसिले में गुरुवार को भी हापुड़, कानपुर, सहारनपुर और कश्मीर से कई गिरफ्तारियां की गई हैं।
पुलिस के अनुसार जांच के घेरे में आए अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े तीनों डॉक्टर डॉ. उमर उन नबी, डॉ. मुजम्मिल गनई और डॉ. शाहीन सईद ‘थ्रीमा’ नामक स्विस ऐप के जरिये लगातार संपर्क में थे। इस बीच, पुलिस ने 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज का विश्लेषण किया।
केंद्र सरकार ने अल फलाह विश्वविद्यालय के सभी रिकॉर्ड का फोरेंसिक ऑडिट करने का आदेश दिया है, साथ ही ईडी और अन्य वित्तीय एजेंसियों को इसके धन के स्रोत की जांच करने के लिए कहा है। यह निर्णय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक उच्च-स्तरीय बैठक में लिया गया। शाह ने दोहराया कि दिल्ली में आतंकी हमले को अंजाम देने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। भारतीय विश्वविद्यालय संघ ने अल फलाह की सदस्यता निलंबित कर दी है। वहीं नैक ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है।