थाईलैंड के बैंकॉक में चल रहे एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 (Asian Athletics Championships 2023) में शुक्रवार को भारतीय शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर (Tajinderpal Singh Toor) और स्टीपलचेज़र पारुल चौधरी ने गोल्ड मैडल अपने नाम किया।
हालांकि दूसरे थ्रो में सर्वश्रेष्ठ प्रयास के बाद वह लंगड़ाते हुए बाहर आये। एशियाई रिकॉर्डधारी तूर ने दूसरे थ्रो में 20.23 मीटर की दूरी पर गोला फेंका लेकिन इस प्रयास के बाद वह ‘ग्रोइन’ हिस्से में चोट से लंगड़ाते हुए बाहर आये।
तजिंदरपाल सिंह तूर ने 2023 में सात टूर्नामेंट में भाग लिया है और सभी में गोल्ड मैडल पर कब्ज़ा जमाया है। ईरान के मेहदी साबेरी ने बैंकॉक में 19.98 मीटर के साथ रजत पदक जीता, जबकि कज़ाकिस्तान के इवान इवानोव ने 19.87 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।
भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या पांच हो गयी।
ईरान के साबेरी मेहदी (19.98 मीटर) ने रजत पदक और कजाखस्तान के इवान इवानोव (19.87 मीटर) ने कांस्य पदक अपने नाम किया। पारूल चौधरी ने बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अपना पहला 3000 मीटर स्टीपलचेस खिताब हासिल किया जिससे भारत के स्वर्ण पदकों की संख्या पांच हो गयी।
भारत ने अभी तक नौ पदक जीत लिये हैं जिसमें पांच स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य शामिल हैं। बुधवार को एक कांस्य पदक के बाद भारत ने गुरुवार को तीन स्वर्ण और दो कांस्य पदक अपनी झोली में डाले थे।
एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले सभी विजेताओं के पास हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैम्पियनशिप (19 से 27 अगस्त) के लिए क्वालीफाई करने का मौका है।
विश्व चैम्पियनशिप के क्वालीफाइंग मापदंड के अनुसार महाद्वीपीय चैम्पियन सीधे इस प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं बशर्ते विश्व रैंकिंग के आधार पर इसी स्पर्धा में उसी क्षेत्र से कोई बेहतर खिलाड़ी शामिल नहीं हो। तूर गोला फेंक स्पर्धा में जीत के प्रबल दावेदार थे। उन्होंने 19.80 मीटर के प्रयास के बाद दूसरे प्रयास में 20.23 मीटर दूर गोला फेंका।
एशियाई चैम्पियनशिप खिताब कायम रखने वाले तीसरे गोला फेंक एथलीट बने तूर
तूर (28 वर्ष) एशियाई चैम्पियनशिप खिताब कायम रखने वाले तीसरे गोला फेंक एथलीट बन गये हैं। कतर के बिलाल साद मुबारक ने 1995 और 1998 तथा 2002 और 2003 में दो बार लगातार स्वर्ण पदक जीतकर यह उपलब्धि दो बार अपने नाम की है।